Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 12 July, 2019 5:48 PM IST

एग्री इंटेक्स 2019 :  तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) के सहयोग से तमिलनाडु के कोयम्बटूर के ‘कोडिसिया ट्रेड फेयर कॉम्प्लेक्स’ में वार्षिक कृषि व्यापार मेला 12 जुलाई, 2019 से शुरू हो गया है जो कि 15 जुलाई 2019 तक चलेगा। एग्री इंटेक्स 2019 में मुख्य रूप से कृषि उपकरणों के साथ-साथ छोटे और मध्यम स्तर के किसानों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाली तकनीकों के बारे में बतायेगे. इस प्रदर्शनी में स्थायी कृषि प्रथाओं, मृदा-कम कृषि (soil-less agriculture) और खेत मशीनीकरण (farm mechanisation) के अन्य चीजों के साथ लाइव प्रदर्शन(Live Telecaste) भी शामिल होंगे.

एग्री इंटेक्स के अध्यक्ष एन. कृष्णराज ने मीडिया को बताया कि इस वर्ष प्रदर्शनी में लगभग 450 कंपनियां ने भाग लिया है. जिसमें 10 विदेशी कंपनियों ने हिस्सा लिया है. ट्रेड फेयर में वर्षा जल संचयन(rainwater harvesting) और बांध मॉडल (dam models ) की जांच करने के लिए एक काउंटर बनाया गया है. वर्तमान में कृषि क्षेत्र के सामने मुख्य चुनौती श्रम और पानी की कमी हैं, इसलिए किसानों को इन चुनौतियों से निकालने के लिए कुछ उपकरणों और तकनीकों की आवश्यकता है. भारत में अधिकांश भूमि छोटे पैमाने पर हैं इसलिए छोटे भूखंडों पर खेती को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. जापान और कोरिया की कंपनियां उन उत्पादों को इस प्रदर्शनी में लेकर आयी है जो उत्पाद छोटे पैमाने पर खेती करने में सक्षम होंगे. जिसका इस्तेमाल किसान आसानी से अपने खेतों में कर सकेंगे. बीजिंग की फर्मों का एक समूह कल यानी 13 जुलाई, 2019 को एक्सपो में पहुंचेगा.

कोडिसिया के अध्यक्ष, आर. राममूर्ति ने कहा कि ‘एक्सपो से इस बार 200 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है. इसके साथ ही उझवे उयारवु (Uzhave Uyarvu) में एक सम्मेलन भी 13 जुलाई को आयोजित किया जाएगा, जबकि दूसरा "नेक्स्ट जनरेशन डेयरिंग" 14 जुलाई को आयोजित किया जाएगा.

तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एन. कुमार ने कहा कि टीएनएयू प्रदर्शनी में नई किस्मों और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन शुरू हो गया है. इसका मुख्य मकसद कृषि-व्यवसाय के बारे में जागरूकता पैदा करना है. उन्होंने यह भी कहा कि ‘इस साल, पानी कई क्षेत्रों में एक बड़ी चुनौती है. इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. क्योंकि बारिश कम हो रही है इसलिए हमें पानी की योजना और प्रबंधन करने की आवश्यकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कृषि जागरण की टीम भी 'एग्री इंटेक्स 2019' में पहुंच चुकी है. और वो इस पूरे मेले को कवर कर रही है. अगर आप तमिलनाडु के निवासी है और आप हमारी टीम मेंबर से मिलना चाहते है तो आप उनसे काउंटर नंबर - ’E- 106’ पर जाकर मिल सकते हैं.

English Summary: Agri intex 2019 exhibition in coimbatore
Published on: 12 July 2019, 05:51 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now