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Updated on: 29 July, 2022 5:14 PM IST
By:
ShriBhagwan Tyagi farmer journalist

कृषि जागरण ने फार्मर द जर्नलिस्ट की शुरुआत की, जिसके तहत देश के छोटे-छोटे क्षेत्र के लोगों को कृषि पत्रकारिता के गुर सिखाए जा रहे हैं, ताकि वह अपने क्षत्रे से जुड़ी कृषि संबंधी समस्याओं को अन्य लोगों तक पहुंचा सकें. इसके लिए कृषि जागरण ने फार्मर द जर्नलिस्ट के नाम से एक मंच प्रदान किया है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बनावरियापुरा गांव के रहने वाले श्रीभगवान त्यागी एक युवा किसान पत्रकार उभरकर सामने आए हैं, जिन्होंने 22 साल की उम्र से ही खेती करना शुरू कर दिया था. अभी इन्हें कृषि के क्षेत्र में 8 साल हो चुके हैं.

किसान पत्रकार श्रीभगवान त्यागी ने बताई किसानों की समस्या

श्रीभगवान कृषि जागरण के फार्मर द जर्नलिस्ट (FTJ) अभियान का हिस्सा भी हैं. आपको बता दें कि एफ.टी.जे के माध्यम से किसानों को पत्रकार बनने की ट्रैनिंग दी जाती है और अपनी समस्याओं को रखने का एक मंच दिया जाता है. श्रीभगवान अभी बनावरियापूरा गांव में खेती करते हैं, जहां पर वह सभी प्रकार की सब्जियों जैसे कि आलू, सरसों, गन्ना, फूलगोभी, गोभी, बैंगन, मटर, हरी, मिर्च, मूली, गाजर, धनिया, बोतल लौकी, करेला आदि व धान की खेती करते हैं.

बता दें कि वह खेती के माध्यम से 50 – 60 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. खेती के दौरान श्रीभगवान और उनके गांव को कई समस्याएं आती हैं. तो आइए किसान पत्रकार श्रीभगवान के जरिए हैं कि उनके क्षेत्र में खेती के दौरान क्या समस्या आती है.

गांव में खेती के लिए पानी की कमी

देश में पानी की समस्या आम बन चुकी है. इसका सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ता है. देश के कई हिस्से ऐसे हैं जहां फसलों के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता. ऐसे ही समस्या आगरा जिले के बनावरियापुरा गांव को झेलनी पड़ती है. उनकी सबसे बड़ी व अहम समस्या पानी की होती है. उन्हें फसल की बुवाई के दौरान पानी की समस्या को झेलना पड़ता है, जिसके चलते इसका असर उनकी फसल में देखने का मिलता है.

किसान पत्रकार श्रीभगवान त्यागी ने बताई किसानों की समस्या

आवारा पशु कर रहे फसल बर्बाद

उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या आम बनी हुई है, जिसे लेकर राज्य में चुनाव के दौरान छुट्टा जानवरों की समस्या का मुद्दा बेहद अहम बना था. किसान पत्रकार श्रीभगवान बताते हैं कि “उनके गांव में भी आवारा पशु एक बड़ी है, जो कि खेतों में घुसकर पौधों व सब्जियों को खा जाते हैं या फिर फसल को बर्बाद कर देते हैं और इसकी शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती है”.

किसानों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ

सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का फायदा अभी भी गांव के हर एक किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा है. श्रीभगवान ने कहा कि “ केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही किसानों के लिए योजनाओं पर वह आवेदन तो करते हैं, लेकिन वह प्रक्रिया केवल आवेदन तक ही सीमित रह जाती है, उन्हें अभी तक एक भी योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. श्रीभगवान ने बताया कि अभी और भी समस्या बाकी है जैसे कि फसलों में कीटों का लगना, लेकिन किसान कीटनाशकों का प्रयोग कर इससे निजात पा लेते हैं, लेकिन गांव के किसानों को मंडी में सब्जी व अनाज का उपयुक्त भाव नहीं मिल पाता है और बीच के दलाल मोटी रकम ले लेते हैं, जो उनकी एक अमह समस्या बनी हुई है.

यह भी पढ़ें : Farmer the Journalist Training Session: कृषि जागरण ने किसानों को सिखाए पत्रकार बनने के गुण, जानें क्या रहा खास?

तो आज किसान पत्रकार श्रीभगवान ने अपने गांव की समस्या को फार्मर द जर्नलिस्ट (FTJ) के जरिए आप सबके सामने रखा है. अगर आप भी इसी तरह कृषि पत्रकारिता करना चाहते हैं, तो फार्मर द जर्नलिस्ट (FTJ) के मंच से जुड़ सकते हैं. इसके लिए दिए गए लिंक पर जाकर आवेदन करें. 

किसान पत्रकार श्रीभगवान त्यागी

बनावरियापुरा गांव,आगरा

English Summary: Agra farmer journalist ShriBhagwan Tyagi told the problems of his village
Published on: 29 July 2022, 05:27 PM IST

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