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Updated on: 23 February, 2022 6:30 PM IST
Agriculture Training Program 2022

आज के समय में बढ़ती मंहगाई को देखते हुए किसानों के लिए जरुरी हो गया है कि समय के साथ – साथ खेती में भी नए – नए बदलाव किये जाएं.  खेती में नई – नई तकनीकों को अपनाया जाए, इसलिए इस सभी बातों की जरूरतों को समझते हुए कृषि विज्ञानिक भी अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करते रहते हैं.

हाल ही में झारखण्ड के किसानों को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (BAU)  एवं राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (NABARD), क्षेत्रीय कार्यालय, रांची में उन्नत कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम (Agriculture Training Program) का आयोजन गया है. इस कार्यक्रम में जिले के सभी किसान सहित कृषि वैज्ञानिक भी शामिल रहे. यह कार्यक्रम तीन चरणों में आयोजित किया गया है.

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया (Natural Farming Promoted)

इस कार्यक्रम का मुख्य अतिथि, नाबार्ड, रांची के मुख्य महाप्रबंधक, डॉ गोपा कुमारन नायर ने नाबार्ड द्वारा प्रायोजित तीन प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि बीएयू और नाबार्ड कृषि विकास और किसानों के हित के समान उद्देश्यों के साथ काम कर रहे हैं. यह कार्यक्रम राज्य की कृषि योग्य भूमि को उपजाऊ बनाकर सतत कृषि विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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जिसका मुख्य उद्देश्य मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाकर प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देना है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय के सहयोग से कृषि विकास के नवीन विषयों पर जागरूकता अभियान चलाये जायेंगे. बड़ी संख्या में महिलाएं राज्य की कृषि गतिविधियों से जुड़ी हैं. इन अभियानों में महिला किसानों को अधिक प्राथमिकता देने की आवश्यकता है.

महिला और पुरुष किसानों ने लिया भाग (Women And Men Farmers Took Part)

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के सभी किसान भाई शामिल थे, जिनमें राज्य के सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, धनबाद, पलामू, गिरिडीह, दुमका, पाकुड़, गोड्डा और देवघर आदि हैं. मिली जानकारी के अनुसा,र इस कार्यक्रम में जिलों से कुल 175 पुरुषों और 19 महिलाओं ने भाग लिया.

English Summary: advanced agriculture training given to farmers to promote natural farming
Published on: 23 February 2022, 03:59 PM IST

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