सरकार (Central Government) ने मिलावटखोरों पर नकेल कसने के लिए एक्शन लेना शुरू कर दिया है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार को लगातार यह शिकायतें मिल रहीं थी कि बाजार नियमों के खिलाफ कुछ खाद्य पदार्थों खासकर खाद्य तेल की बिक्री हो रही है. इसके मद्देनजर खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने अब सभी राज्य सरकारों को निर्देश जारी किया है. वहीं मंत्रालय के अपर सचिव ने सभी राज्य सरकारों को पत्र लिखकर सख्त कदम उठाने को कहा है. दरअसल मंत्रालय ने अपने पत्र में लिखा है कि खुले में खाद्य तेल की बिक्री पर तुरंत ही रोक लगाई जाए और सख्त एक्शन उठाए जाएं. इसके अलावा राज्य सरकार पैकिंग के बगैर खाद्य तेल बेच रहे दुकानदारों पर तुरंत ही एक्शन लें. केंद्र सरकार ने कहा है कि राज्य सरकार तत्काल दुषित तेल की बिक्री पर रोक लगाएं.
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लॉकडाउन के बाद सरकार का सख्त एक्शन
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के इस कदम को लॉकडाउन के बाद मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम लगाने के तौर पर देखा जा रहा है. विगत कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों से मिलावट की खबरें आनी शुरू हो गई थीं. इसके अलावा हाल ही में दिल्ली-एनसीआर में सरसों के तेल के 33 प्रतिशत सैंपलों में मिलावट पाई गई थी. बता दें कि पिछले दिनों भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) ने भी खाने-पीने की वस्तुओं को लेकर एडवाइजरी जारी कर खरीदारी से पहले लोगों लो सावधानी बरतने को कहा था.
मुनाफाखोरों पर नकेल कसने की तैयारी
केंद्र सरकार के इस पहल को लॉकडाउन के दौरान घाटा पूरा करने वाले बेईमान दुकानदारों पर किया गया कार्रवाई बताया जा रहा है. गौरतलब है कि दालें, अनाज, दूध, मसाले, घी से लेकर सब्जी और फल तक कोई भी खाद्य पदार्थ मिलावट से अछूता नहीं है.