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Updated on: 2 March, 2024 11:04 AM IST
गड़बड़ करके PM Kisan Yojana की किस्त का पैसा लेने वाले सावधान!

PM Kisan 16th Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की 16वीं किस्त जारी हो चुकी है. अब तक पात्र किसानों के खाते में 2 हजार रुपये की किस्त पहुंची चुकी होगी. जहां, एक ओर देश के लाखों किसान किस्ता का पैसा पाकर खुश हैं. वहीं, कुछ किसानों को सावधानी बरतने की जरूरत है. ये वो किसान हैं, जो योजना के लिए पात्र नहीं थे. लेकिन, इन्होंने कागजातों में गड़बड़झाला कर 2000 रुपये की किस्त हासिल की है. ऐसे किसानों पर अब सरकार एक्शन लेने की तैयार कर रही है. ये चेतावनी उन किसानों के लिए हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाया है. ऐसे किसानों से अब सरकार पाई-पाई का हिसाब लेगी. इतना ही नहीं, उनसे पैसे भी रिकवर किए जाएंगे.

दरअसल, योजना में गड़बड़झाले को लेकर हरियाणा से एक रिपोर्ट सामने आई है. पब्लिक अकाउंट कमेटी यानी कि PAC द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, PM-Kisan योजना के तहत हरियाणा के 89,345 अपात्र किसानों ने 121.42 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त की है. यह रिपोर्ट हरियाणा विधानसभा के पुटल पर गुरुवार को प्रस्तुत की गई थी.

रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

'द ट्रिब्यून'में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएसी ने अपात्र किसानों को दी गई PM-Kisan की राशि से जुड़ी कैग की रिपोर्ट का हवाला दिया है. इस मुद्दे पर कैग को हरियाणा के कृषि विभाग (Haryana Agriculture Department) ने अपने जवाब में बताया है कि विभाग ने 26,667 अपात्र किसानों की पहचान की है, जिन्होंने 40.62 करोड़ रुपये की राशि पाई है. इसके साथ ही, 62,678 किसान ऐसे हैं जो इनकम टैक्स देते हैं, लेकिन उन्होंने भी 80.82 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त की है. रिपोर्ट में पेश किए गए आंकड़े साफ तौर पर गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहे हैं. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद योजना की पारदर्शिता पर सवाल उठना लाजमी है.

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कृषि विभाग ने पहले कमेटी को बताया था कि 2,583 किसानों से केवल 2.50 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी, लेकिन बाद में यह बताया गया कि 6.50 करोड़ और भी वसूले गए थे. कृषि विभाग ने कमेटी को बताया था कि केंद्र सरकार ने हरियाणा कृषि विभाग को कहा था कि केंद्रीय स्तर पर आयकर वसूलने वाले किसानों की जांच की जाएगी. इस जांच के बाद आयकर देने वाले किसानों की संख्या में कमी हो सकती है. चूंकि जांच अभी की जा रही है, इसलिए PM-Kisan पोर्टल पर अभी रिकवरी मॉड्यूल बंद है.

जांच के दायरे में ये किसान 

इन सभी गड़बड़ियों को देखते हुए PAC ने उन किसानों और आयकर दाताओं से पीएम किसान योजना के पैसे वापस लेने की बात कही है. ऐसे में उन किसानों की चिंता बढ़ गई है, जिन्होंने गलत तरीके से पीएम किसान के पैसे प्राप्त किए हैं. जैसे ही सरकार की जांच पूरी होगी, ऐसे किसानों से PM-Kisan के पैसे वापस ले लिए जाएंगे. बता दें कि योजना के शुरू होने के बाद से हरियाणा कृषि और किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर अब तक 20.24 लाख किसानों को रजिस्टर किया है, जिनमें से 19.88 लाख का वेरिफिकेशन किया गया है. 12 अक्टूबर 2023 तक 18.87 लाख किसान इस योजना के लिए पात्र माने गए हैं. विभाग ने बताया कि दिसंबर 2018 से अब तक योजना की 14 किस्तों के माध्यम से 4,645.15 करोड़ रुपये किसानों को मिले हैं.

English Summary: action will be taken against the farmers who have taken the PM Kisan 16th Installment by making fake documents
Published on: 02 March 2024, 11:05 AM IST

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