देश की पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की संसदीय दल की नेता रही सुषमा स्वराज का 67 की उम्र में निधन हो गया है. सुषमा को दिल का दौरा पड़ा था. दिल्ली के एम्स अस्पाताल में सुषमा स्वराज ने अंतिम सांसे ली है. सुषमा स्वराज ने अपने अंतिम ट्वीट में कश्मीर पर मोदी सरकार के द्वारा लिए गए फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी. उन्होंने लिखा कि इस दिन का वह पूरे जीवन भर इंतजार कर रही थी. उनके निधन की खबर सुनते ही सरकार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता एम्स पहुंच गए थे. उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उराष्ट्रपति वैकेया नायडू, कांग्रेस नेता राहुल समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने श्रृद्धाजंलि को अर्पित किया है. इसके अलावा कई राजनीतिक दलों ने भी राजनीति से उपर उठकर पूर्व विदेश मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उनका पार्थिव शरीर आज बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा और उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री थी
दिल्ली की सरकार ने प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर दो दिन का राजकीय शोक का एलान कर दिया है. बता दें कि सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली मुख्यमंत्री थी. उन्होंने 13 अक्टूबर 1998 से लेकर 3 दिसंबर 1998 तक 52 दिनों की छोटी अवधि के लिए मुख्यमंत्री के पद को संभाला था. उनके निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि भारत ने एक महान नेता को खो दिया. सुषमा जी काफी जोशपूर्ण और विलक्षण इंसान थी, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.
देशभर के नेताओं ने श्रृद्धांजलि दी
67 वर्षीय सुषमा के निधन पर देश और दुनिया के राजनेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है. सभी ने एक स्वर में स्वराज को एक कुशल राजनेता, प्रभावी वक्ता, संवेदनशील इंसान बताया. दुनिया के कई नेताओं ने सुषमा स्वराज को श्रृद्धांजलि देकर उनके अहम योगदान और कार्य को याद किया . इस दौरान अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने शोक व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि बहिनजी सुषमा एक कद्दावर नेता और महान वक्ता थी. वही मालदीव के विदेश मंत्री अबदुल्ला शाहिद नेभी स्वराज के निधन पर गहरा शोक वयक्त किया कि वह गुड फ्रेंड के निधन से काफी दुखी है.