Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! अब किसानों और पशुपालकों को डेयरी बिजनेस पर मिलेगा 35% अनुदान, जानें पूरी डिटेल Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 April, 2019 3:26 PM IST

पिछले कुछ दिनों में तेज गर्मी के बीच बारिश हो जाने के वजह से भले ही लोगों को कुछ दिन राहत मिली है. लेकिन गर्मी के मौसम में लोगों को राहत पहुंचाने वाले फलों के दामों में तेजी से गर्मी बढ़ती जा रही है. अगर तरबूज और खरबूज की फसल की बात करें तो इस बार इसकी राजस्थान में उपज काफी कमजोर हुई है. नतीजन इसका सीधा असर इनके भाव पर पड़ रहा है. जिसके चलते खरबूजा 50 रूपये प्रति किलों से ऊपर भाव पर तेजी से बिक रहा है. जो कि गत वर्ष 25 से 30 रूपये प्रति किलों के भाव पर था. अगर तरबूज की बात करें तो उसका भाव भी आज 25 रूपये प्रति किलों पर पहुंच रहा है जो कि गत वर्ष में 10 से 15 रूपये प्रति किलों पर था. अगर इस मौसम में अन्य फलों की कीमतों की बात करें तो आम की फसल को छोड़ सभी फलों के दामों में तेजी दिखाई दे रही है.

अंगूर और संतरे की नई आवक शुरू

अगर हम फलों में अंगूर और संतरे की बात करें तो बाजार में  महाराष्ट्र के नासिक से इन फसलों की आवक शुरू हो चुकी है. फल कारोबारियों का कहना है कि ये दोनों ही फल अपने अंतिम दिनों में है. इस अप्रैल के आखिर या फिर मई के पहले सप्ताह तक दोमों फलों की आवक पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी. इसी महीने में इन फलों के दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए है. इसके साथ ही अंगूर की फसल भी 100 रूपये किलों के पार जा चुकी है.

शुरू हुई आम की दस्तक

तमिलनाडु के चेन्नई से आने वाला सफेदा और बेंगलुरू से आने वाला सिंदूरी आम के भाव पिछले वर्ष की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा है, लेकिन जैसे-जैसे आम की आवक बढ़ रही है इनके भावों में नरमी आती दिखाई दे रही है. अगर हापूस आम की बात करें तो इसके भाव में नरमी देखने को मिली है. क्योंकि जो आम 15 दिनों पहले 300 रूपये प्रति किलो बिकता था. वह अब 200 से 250 रूपये प्रति किलो बिक रहा है. फिलहाल जिस तरीके से फलों की आवक बन हुई है उसे देखते हुए फलों के दामों में हुई बढ़ोतरी के कम होने के की आसार कुछ दिनों तक नहीं है. स्थानीय फल विक्रेताओं का कहना है कि गर्मियों के सीजन की वजह से फलों के दामों में बढ़ोतरी हुई है. चूंकि यहां की मंडियों में फल बाहर के राज्यों से ही आ रहे है जिनकों कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता है. फिलहाल अगले एक से डेढ़ महीने फलों के दामों में राहत की उम्मीद कम ही है. 

English Summary: A fire in the heat of many fruits including watermelons
Published on: 22 April 2019, 03:35 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now