भारतीय परंपरा के अनुसार हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है, लेकिन कई लोग इसे मानते हैं, तो कई लोग इसे महज एक कहानी बताकर खारिज़ देते हैं. आप को बता दें कि आज का दिन भी कुछ ऐसा ही खास है, क्योंकि आज का दिन साल का सबसे बड़ा दिन है. इसे करकटका या ग्रीष्म संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है.
वैज्ञानिकों के अनुसार, आज के दिन सुबह 5 बजकर 23 मिनट पर सूर्योदय हुआ है और शाम 7 बजकर 21 मिनट पर सूर्यास्त हो जाएगा, यानी यह साल का सबसे लंबा दिन होगा, जिसकी अवधि 13 घंटे 58 मिनट 1 सेकेंड होगी. अंग्रेजी में इसे समर सोल्स्टिस(summer solstice) के नाम से भी जाना जाता है.
समर सोल्स्टिस क्या होता है?(what is summer solstice)
जब जून के महीने में पृथ्वी का चक्कर लगाने के दौरान सूर्य के सामने पृथ्वी का उत्तरी गोलार्द्ध(northen hemisphere) आता है, तब साल का सबसे लंबा दिन होता है और इसी को हम समर सोल्स्टिस कहते हैं.
समर सोल्स्टिस में क्या होता है
समर सोल्स्टिस में उत्तरी गोलार्द्ध (northen hemisphere) में वर्ष का सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है. इस दौरान उत्तरी गोलार्द्ध के देश सूर्य के सबसे पास होते हैं और सूर्य कर्क रेखा(tropic of cancer) पर ऊपर की ओर चमकता है. आर्कटिक सर्कल में समर सोल्स्टिस के दौरान सूर्य कभी अस्त नहीं होता है.
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30 फीसदी तक बढ़ती है सूर्य की ऊर्जा
इस दिन सूरज से मिलने वाली ऊर्जा में पहले के मुकाबले इजाफा होता है. नार्थ पोल पर सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा 30 फीसदी ज्यादा रहती है. इसके साथ ही 20, 21 और 22 जून को उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे ज्यादा ऊर्जा रहती है.
दुनिया भर में होता है जश्न
समर सोल्स्टिस को दुनिया के कई हिस्सों में एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. खासतौर पर चाइना, स्वीडन, डेनमार्क, नॉर्वे आदि देशों में लोग अपने घरों को फूलों और लाइट से सजाते हैं. इसके अलावा लोग बोनफायर के पास जमकर नाचते, गाते और जश्न मनाते हैं.