कोरोना के कहर से एक तरफ जहां पूरा देश परेशान है, वहीं पशुपालकों को एक और चिंता सताने लगी है. दरअसल असम के कछार जिले में 13 बंदरों के मरने से जानवरों में किसी महामारी की आशंका होने लगी है. जलाशय के अंदर एक ही बार में 13 बंदरों का मृत शरीर मिलना कई सवालों को खड़ा कर रहा है.
पशुपालकों की बढ़ी चिंता
बंदरों की मौत के बाद पशुपालकों की चिंता बढ़ गई है. इसलिए वो ज्यादतर अपने पशुओं को खुले में बांधने से बच रहे हैं. बकरियों को चारगाहों पर ले जाने की जगह लोगों ने घर में ही उन्हें भोजन देना शुरू कर दिया है. पशुओं की साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
असम के कछार जिले के जलाशय में एक साथ 13 बंदरों का शव मिला है. इसी जलाशय का पानी कई घरों में सप्लाई होता है. घटना की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र को सील करने के साथ ही पानी की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है.
मौत के कारण स्पष्ट नहीं
मामले की जांच में जुटे अधिकारियों के अनुसार फिलहाल बंदरों की मौत के कारणों का पता नहीं लग सका है. हालांकि आशंका है कि कुछ बदमाशों ने उन्हें जहर दिया है या जलाशय का पानी जहरीला हो गया है. संक्रमण वाली बात पर कुछ भी कहना अभी सही नहीं है, शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले का पता लगेगा.
आईसीएआर ने अलर्ट जारी किया
बता दें कि जानवरों में कोरोना के केस को फैलने से रोकने के लिए आईसीएआर-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर पहले ही अलर्ट जारी कर चुकी है. सभी चिड़ियाघरों में विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है.
क्या जानवरों में फैल सकता है कोरोना
विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की बीमारी जानवरों में फैल सकती है. इसलिए पशुपालकों को सावधानी रखने की जरूरत है. अभी हाल ही में न्यूयॉर्क के ब्रॉन्क्स चिड़ियाघर में (नेशनल जियोग्राफ़िक वेबसाइट के मुताबिक़) में 7 जानवर कोरोना पॉज़ीटिव पाए गए थे. हालांकि भारत में अभी तक इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है.
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