Second hand tractor: खेती-किसानी के कामों में ट्रैक्टर एक जरूरी साधन बन चुका है. लेकिन हर किसान के लिए नया ट्रैक्टर खरीदना संभव नहीं होता. ऐसे में सेकंड हैंड यानी पुराना ट्रैक्टर लेना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है. हालांकि, खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जिससे भविष्य में परेशानी न हो. आइए जानते हैं पुराना ट्रैक्टर खरीदते समय किन 10 बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
1. इंजन की जांच करें
ट्रैक्टर का सबसे अहम हिस्सा उसका इंजन होता है. ट्रैक्टर स्टार्ट करके देखें कि वह स्मूद चल रहा है या नहीं. इंजन से कोई अजीब आवाज तो नहीं आ रही और धुआं सामान्य है या ज्यादा निकल रहा है.
2. सर्विस रिकॉर्ड देखें
ट्रैक्टर की सर्विस हिस्ट्री चेक करें. इससे पता चलेगा कि ट्रैक्टर की देखभाल समय पर होती रही है या नहीं. जो ट्रैक्टर नियमित सर्विस होता रहा हो, वह ज्यादा भरोसेमंद होता है.
3. टायर्स की हालत पर ध्यान दें
ट्रैक्टर के टायर्स अच्छे हों तो बाद में पैसे बचते हैं. अगर टायर्स बहुत घिस चुके हैं तो उन्हें बदलना पड़ेगा, जो खर्च बढ़ा सकता है.
4. गियर और क्लच सिस्टम जांचें
गियर शिफ्टिंग आसान है या नहीं, क्लच सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं – ये देखना जरूरी है. गियर में किसी भी तरह की रुकावट भविष्य में परेशानी पैदा कर सकती है.
5. ट्रैक्टर कितने घंटे चला है
पुराने ट्रैक्टर में ऑवर मीटर लगा होता है, जिससे पता चलता है कि वह कितने घंटे चला है. ज्यादा घंटे चलने वाले ट्रैक्टर की परफॉर्मेंस थोड़ी कमजोर हो सकती है.
6. टेस्ट ड्राइव जरूर लें
खरीदने से पहले खुद चलाकर देखें. इससे ब्रेक, स्टीयरिंग, एक्सीलेरेटर और ओवरऑल कंट्रोल का अंदाजा लग जाएगा.
7. दस्तावेज चेक करें
ट्रैक्टर के कागजात जैसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC), इंश्योरेंस, टैक्स पेपर्स आदि जरूर देखें. ये पक्के करें कि ट्रैक्टर चोरी का न हो और उसके ऊपर कोई बकाया या कानूनी मामला न हो.
8. मॉडल और ब्रांड पर ध्यान दें
ऐसे ब्रांड और मॉडल का ट्रैक्टर लें जिसके स्पेयर पार्ट्स बाजार में आसानी से मिलते हों. भारत में महिंद्रा, सोनालिका, स्वराज, एस्कॉर्ट्स जैसे ब्रांड्स ज्यादा प्रचलित हैं.
9. बॉडी और स्ट्रक्चर की स्थिति देखें
ट्रैक्टर की बॉडी पर जंग, दरारें या मरम्मत के निशान तो नहीं हैं ये चेक करें. मजबूत बॉडी वाला ट्रैक्टर ही लंबे समय तक साथ निभाएगा.
10. कीमत का सही मूल्यांकन करें
ट्रैक्टर की स्थिति, मॉडल, उम्र और ब्रांड के आधार पर उसकी कीमत तय करें. एक से ज्यादा जगह रेट पता करें और जरूरत हो तो एक्सपर्ट या मैकेनिक से सलाह लें.