मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 26 February, 2022 4:25 PM IST
सस्ते कृषि यंत्र का करें इस्तेमाल

देखते-देखते साल का दूसरा महीना लगभग खत्म होने पर है. अगर किसानों की बात करें, तो अब समय नजदीक आता जा रहा है फसलों की कटाई का. जी हाँ मार्च के अंतिम या फिर अप्रैल के शुरू में ख़ास कर गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है. जहाँ एक तरफ फसल के बिकने की ख़ुशी किसानों को रहती है, तो वहीँ फसलों के कटाई की चिंता भी सताती है.

अब आप सोच रहे होंगे चिंता किस बात की. आपको बता दें कि बढ़ती महंगाई का खामियाजा किसानों को भी भुगतना पड़ रहा है. कटाई के लिए किसानों को कृषि यंत्र (Agri-Machine) की जरुरत होती है. ऐसे में उसमें लगने वाली लागत अक्सर किसानों के लिए मुशीबत खड़ा कर देता है, इसलिए हम आपके इस समस्या का समाधन लेकर आए हैं. जी हाँ अब देश भर के किसान भाइयों को फसल की कटाई के लिए चिंता करने की जरुरत नहीं है. आपको बता दें कि बाजार में कई मशीनें किराए पर उपलब्ध हैं. जिसकी मदद से आप अपने फसलों की कटाई आसानी से कर सकते हैं. 

गेहूं की कटाई के लिए उपयुक्त कृषि यंत्र

आज इस कड़ी में हम बात करेंगें गेहूं की कटाई के लिए कौन या कृषि यंत्र सबसे उपयुक्त है. गेहूं की कटाई के लिए रिपर कृषि यंत्र अबतक सबसे सही माना जा रहा है. रिपर बहुत हल्का होता है. इसके वजन की अगर बात करें, तो  इसका कुल वजन 8-10 किलोग्राम तक होता है. कुछ आँकड़ों के अनुसार, गेहूँ की कटाई में हसिया की तुलना में रिपर मशीन से चार गुना ज्यादा फायदेमंद है और कम मजदूरी भी लगती है. तेल की खपत भी बहुत कम है. प्रति घंटे मात्र 1 लीटर तेल की खपत होती है.

इस फसल कटने वाले मशीन को हार्वेस्टर भी कहा जाता है. यह मशीन गेहूं, धान, धनिया और ज्वार आदि की कटाई में अच्छा काम करती है. जिससे किसानों की लागत भी कम लगती है और मुनाफा भी अच्छा होता है. यदि आप इस कृषि यंत्र का ब्लेड बदल दें, तो आप आसानी से मकई भी काट सकते है. बाजार में कई तरह की मशीनें हैं, जिनकी कीमत किसानों के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं. ऐसे उपकरण ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं और कीमतें 15 से 40 हजार तक हो सकती हैं. अगर आपके पास निवेश करने के लिए इतनी धन राशि नहीं है, तो आप मशीन किराए पर भी ले सकते हैं.

इन मशीनों की एक प्रमुख विशेषता यह है कि छोटे या बड़े किसान अपनी फसल खुद काट सकते हैं और अपना किराया खुद चुका सकते हैं. इनमें से अधिकांश मशीन में तेल की खपत बहुत कम होती है.

ये भी पढ़ें: YM3 Tractor खेती के लिए है वरदान, जानें इसकी विशेषताएं, ख़ासियत और फीचर्स

छोटा मगर कारगर कृषि यंत्र

चना हो या सोयाबीन, बड़े फसलों की कटाई से लेकर छोटी फसलों की कटाई तक में किसानों की मुश्किलें काफी बढ़ जाती हैं. इसको आसान बनाने के लिए, बाजार में कई कटाई मशीनें हैं, जिन्हें किसान आजमा सकते हैं. इन फसलों को काटने के लिए छोटू मशीन के तौर पर रिपर मशीन बाजार में आ गया है.

इससे गेहूं के साथ-साथ बरसीम, चना या सोयाबीन को आसानी से काटा जा सकता है. छोटू हार्वेस्टर से 1 फुट तक के पौधे भी आसानी से काटे जाते हैं. यह 50cc 4-स्ट्रोक इंजन द्वारा संचालित किया जाता है. किसान भाई इस मशीन की किराए पर आसानी से ले सकते हैं.

English Summary: Use these cheap agri-machines for harvesting wheat and other crops
Published on: 26 February 2022, 04:29 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now