Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 September, 2021 4:21 PM IST
Agricultural Machinery

सोयाबीन की खेती (Soybean Cultivation) में कुछ मशीनें बहुत कारगर हैं, जो फसल की सुरक्षा करती हैं, साथ अधिक से अधिक उत्पादन देने में भी मदद करती हैं. इन मशीनों के जरिए सोयाबीन की खेती (Soybean Cultivation) करने वाले किसानों के कई काम बहुत आसानी से पूरे हो सकते हैं.

आइए जानते हैं कि सोयाबीन की खेती में कौन-कौन सी मशीनें उपयोगी हैं और उनकी क्या-क्या विशेषताएं हैं?

सबसॉइलर मशीन (Subsoiler Machine)

किसान भाई रबी की फसल की कटाई के बाद सबसॉयलर (Subsoiler Machine) का प्रयोग कर सकते हैं. इसके बाद खेत को खुला छोड़ दें, ताकि यह वर्षा के जल की तैयारी में मदद कर सकें. अगर हर साल ऐसा करना सम्भव नहीं है, तो आप 2 या 3 साल में कम से कम एक बार इस प्रक्रिया को अपना सकते हैं. ध्यान रहे कि दूसरी तरफ सामान्य खेतों की तैयारी का कार्य भी चलते रहना चाहिए.

बता दें कि इस मशीन को मूल रूप से सोयाबीन के खेतों में नमी की कमी की भरपाई के लिए विकसित किया गया है. ये मशीन जमीन को अधिक उपजाऊ बनाती है, साथ ही मूसलाधार बारिश, जल जमाव और भू-अपक्षरण को रोककर, इंफिलट्रेशन और नमी धारण करने की शक्ति को विकसित कर  मिट्टी की नमी को व्यवस्थित करती है.

सबसॉइलर मशीन का उपयोग (Subsoiler Machine Use)

  • कठोर मिट्टी की परत को तोड़ना

  • जल निकासी की अच्छी व्यवस्था

  • यह हेवी ड्यूटी चिसेल पॉइंटेड सतह के नीचे मिट्टी को अच्छी तरह से तोड़कर मिलाती है, जिससे पानी को अधिक समय तक रोका जा सकता है.

  • अधिक बारिश के दौरान नमी को संरक्षित करती है.

सबसॉइलर मशीन की कीमत (Subsoiler Machine Price)

वर्तमान समय सबसॉइलर मशीन की कीमत लगभग 64,000 रुपए है.

ब्रॉड बेड फरो मशीन (Broad Bed Furrow Machine)

बीबीएफ सीड ड्रिल के साथ 9 दांत दिए जाते हैं, जिससे रबी फसलों (गेहूं और चने) की बुवाई की जा सकती है. इस मशीन को मृदा जल एवं पोषक तत्वों का प्रबंधन कर सोयाबीन की फसल की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है. इस मशीन की मदद से भूमि में जल के स्तर को बढ़ाया जा सकता है.

ब्रॉड बेड फरो मशीन का उपयोग (Broad Bed Furrow Machine)

  • इस मशीन से अधिक पानी को नालियों द्वारा खेत से बहार निकाला जा सकता है.

  • इसका उपयोग वर्षा उपरांत अगली फसलो में किया जा सकता है.

  • जल प्रबंधन एवं भूमि जल वृद्धि के साथ उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.

  • बुवाई के समय बीज की गहराई घटाने बढ़ाने की सुविधा है.

  • बुवाई के समय पंक्ति से पंक्ति की दूरी बदलने की सुविधा भी उपलब्ध है.

  • फसल अवधि में आवश्यकता पड़ने पर नालियों से सिंचाई करने की सुविधा उपलब्ध है.

ब्रॉड बेड फरो मशीन की लागत (Broad Bed Farrow Machine Cost)

इस मशीन की कीमत लगभग 55,300 (सिंगल पेटी) है.

फरो इरिगेटेड रेज्ड बेड प्रणाली (Furrow Irrigated Raised Bed System)

सोयाबीन की खेती में उपयोगी होने वाली इस मशीन में 6 दांत दिए जाते हैं, जिससे रबी फसलों (गेहूं, चने) की बुवाई की जा सकती है.

फरो इरिगेटेड रेज्ड बेड प्रणाली का उपयोग (Application of Furrow Irrigated Raised Bed System)

  • बुवाई के समय बीज की गहराई घटाने बढ़ाने की सुविधा मिलती है.

  • फरो इरिगेटेड रेज्ड बेड बहु उपयोगी है, जिसके दांत रबी एवं खरीफ की फसलों की बोनी के हिसाब से बदले जा सकते हैं.

  • फसल अवधि में आवश्यकता पड़ने पर नालियों से सिंचाई करने की सुविधा उपलब्ध है, जबकि समतल बोनी विधि में फसल में सिंचाई करने की सुविधा नहीं होती है.

  • इस मशीन से उत्पादन को घटने से बचाया जा सकता है.

फरो इरिगेटेड रेज्ड बेड प्रणाली की लागत (Farrow Irrigated Raised Bed System Cost)

मौजूदा समय में फरो इरिगेटेड रेज्ड बेड प्रणाली की कीमत लगभग 52,250 रुपए तक की गई है.

English Summary: Soybean Cultivation Machines
Published on: 22 September 2021, 04:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now