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Updated on: 3 November, 2023 11:29 AM IST
Modern agricultural machines

उन्नतिशील कृषि यंत्र तथा मशीनरी विभिन्न कृषि कार्यों को सम्पादित करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. आजकल कृषि कार्य के लिए मजदूरों का मिलना काफी कठिन काम हो गया है. ऐसे में किसानों के लिए कृषि यंत्र  बेहतर मित्र की भूमिका निभाते हैं. आधुनिक कृषि यंत्रों का इस्तेमाल कर किसान न सिर्फ समय की बचत  बल्कि श्रम की भी बचत  होती है. कृषि यंत्रीकरण से बीज, उर्वरक, पानी, कृषि रक्षा रसायन आदि का अधिकतम क्षमता में उपयोग करते हुए कृषि उत्पादन में सहायक सिद्ध होते है. देश में अधिकतर किसान खरीफ फसलों की कटाई के बाद रबी फसल बुवाई की बुवाई में लग जाते हैं.

खरीफ फसलों की कटाई और रबी फसलों की बुवाई के बीच जो कुछ समय किसानों को मिलता है वो उसमें खेतों को तैयार करने में लग जाते हैं ऐसे में खेतों का काम समय पर पूरा हो सके इस वजह से किसान कृषि यंत्रों का सहारा जरुरी हैं कृषि यंत्र की मदद से किसानों का समय भी बचता है और लागत भी तो आइए जानते हैं रबी मौसम में इस्तेमाल किए जाने वाले कृषि यंत्रों के बारे में विस्तार से-

खेत की तैयारी मे प्रयोग होने वाले कृषि यंत्र

मिट्टी पलटने वाला हल, कल्टीवेटर, तवेदार हैरों, रोटावेटर, पावर टिलर, ढ़ेला तोड़ने का यंत्र एवं नाली एवं मेड़ बनाने की मशीन. सर्वप्रथम पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से जाती है उसके पश्चात् कल्टीवेटर द्वारा मिट्टी भुरभुरी बनायी जाती है. यदि जड़ें झुंडियां, ढेले खेत में अधिक हो और मिट्टी भारी हो, तो तवेदार हैरो द्वारा जुताई करने से खरपतवार व जड़ें झुंडिया कट-पिट कर नष्ट हो जाती है तथा ढेले मिट्टी के कणों में विभक्त हो जाते है तथा मिट्टी भुरभुरी हो जाती है. इससे मिट्टी के पानी सोखने की क्षमता भी बढ़ती है. रोटावेटर द्वारा जुताई करने से धन एवं समय दोनों की बचत होती है तथा खेत एक से दो जुताई में तैयार हो जाता है.

बुवाई उपयोगी कृषि यंत्र

सीड-कम-फर्टीड्रिल: पंक्तियों में निश्चित दूरी व गहराई पर उर्वरक व बीज की बुवाई कर अच्छा उत्पादन लेने हेतु सीड-कम-फर्टी ड्रिल का उपयोग आवश्यक है. वैज्ञानिक परीक्षण से यह सिद्ध हो चुका है कि सीड-कम-फर्टीड्रिल से बुवाई करने पर 15 से 20 प्रतिशत बीज की बचत होती है साथ ही 12 से 15 प्रतिशत उत्पादन में भी वृद्धि होती है.

जीरो ट्रिल-फर्टी सीडड्रिल: धान की कटाई के बाद गेहूँ की सीधी बुवाई करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीन है जोकि पिछले बहुत सालों से लगातार निर्मित की जा रही है. इससे गेहूँ की सीधी बुवाई करने पर रूपये प्रति एकड़ खर्च में बचत होती है. खरपतवार बहुत कम उगते है. इससे हरी फली के लिए मटर एवं मसूर की बुवाई की जा सकती है.

आलू बुवाई मशीन: ट्रैक्टर चालित दो लाइन वाली आलू बोने की मशीन बुवाई के साथ-साथ मिट्टी चढ़ाने का कार्य एक बार में ही करती है. ट्रैक्टर चालित गन्ना बोने की मशीन दो लाइनों में गन्ना के टुकड़े काट कर नाली में स्वतः बोने वाली मशीन है.

ट्रैक्टर चालित रोटा टिल ड्रिल: इसके द्वारा एक ही बार में जुताई तथा बुवाई दोनों कार्य सम्पन्न हो जाते है. यह ट्रैक्टर द्वारा संचालित एक विशेष प्रकार का बड़ा और भारी उपकरण है. इस मशीन में कई ब्लेड लगे होते हैं, जो मिट्टी को काटते हैं इस कृषि यंत्र की मदद से मिट्टी को जोतने और मिट्टी को भुरभुरी बनाने का काम एक साथ और आसान होता है. इस मशीन की खास बात यह है कि इसे जोतने के बाद खेत को समतल करने की जरूरत नहीं पड़ती है.

निराई/गुड़ाई में प्रयोग होने वाले कृषि यन्त्र:: हैन्ड हो, व्हील हो, बहुउद्देशीय व्हील हो. विभिन्न फसलों से खरपतवार निकालने एवं निराई/गुड़ाई हेतु बहुउद्देश्यी व्हील-हो उपयुक्त यंत्र है, इससे मजदूरों की बचत के साथ ही समय की बचत भी होती है.

फसल कटाई में प्रयोग होने वाले कृषि यंत्र

रीपर: कृषि क्षेत्र में फसल पकने के बाद कटाई का कार्य किया जाता है. पॉवर रीपर कृषि मशीनरी है जो पकी होने पर फसलों को काटने में मदद करती है. यह एक बहुउद्देशीय मशीन है. यह विभिन्न फसलों को आसानी से काट कर एक तरफ डाल देता है, जिससे कृषक आसानी से फसल को इकट्ठा कर सकते हैं.

रीपर कम बाइंडर: पॉवर रीपर कम बाइंडर कृषि मशीनरी है जो पकी होने पर फसलों को काटने तथा बांधने में मदद करती है. यह एक बहुउद्देशीय मशीन है यह गेहूं, धान और अन्य तिलहन और दलहन फसलों की कटाई और बंडल बनाने के लिए उपयुक्त है. यह गेहूं एवं धान की फसल हेतु बहुत उपयुक्त है.

कम्बाईन हार्वेस्टर: कंबाइन हारवेस्टर एक बहुउद्देशीय मशीन है. इसमें फसलों की कटाई , गहाई तथा सफाई का काम एक साथ सम्पन किया जाता जाता है इसीलिए इसे कंबाइन हार्वेस्टर कहते है . इससे कृषि कार्यो में तेजी आती आती है साथ ही समय श्रम तथा लागत की बचत होती है. यह मुख्यत: स्वचालित , ट्रैक्टर माउंटेड तथा ट्रैक्टर से चलने वाले होते है.

Modern agricultural machines

मल्टीक्रॉप थ्रेशर: थ्रेशर कृषि यंत्रीकरण का सबसे महत्वपूर्ण यंत्र है. जो फसलों की गहाई का कार्य करता है, अर्थात यह डंठल और भूसी से अनाज निकालता है. मल्टी क्रॉप थ्रेशर से विभिन्न फसलों की गहाई की जा सकती है.

कंबाइन-थ्रेसर: फसल को गाहने और काटने की संयुक्त मशीन है. यह खेत में घूमकर फसल काटती, गाहती तथा अनाज को साफ करती है. डंठल खेत में खड़ा छूट जाता है और फसल कटकर सीधे मशीन में चली जाती है. इसके साथ ही मशीन में ही मड़ाई, ओसाई और छनाई होकर साफ अनाज एक तरफ बोरों में भरता चला जाता है तथा भूसा एक तरफ गिरता चला जाता है.

आलू खुदाई मशीन

पोटैटो डिगर आलू की खुदाई के लिए पोटैटो डिगर मशीन किसानों के लिए बड़े काम की है. इसकी सहायता से जमीन से आलू आसानी से निकाला जा सकता है वो भी बिना आलू को क्षति पहुंचाएं. इसके उपयोग से कम समय में अधिक से अधिक जमीन में आलू की खुदाई की जा सकती है. पोटैटो डिगर जमीन से आलू निकालकर उससे मिट्टी को भी झाड़ देता है, जिससे एकदम उच्च गुणवत्ता वाला आलू बाहर निकलता है. 

लेखक- डॉ. शिशुपाल सिंह विषय वस्तु विशेषज्ञ, कृषि विभाग, वाराणसी, उत्तर प्रदेश     
राकेश कुमार, एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर, कृषि विभाग, सिवान, बिहार

English Summary: modern agricultural machines for plowing and sowing of Rabi crops modern agricultural equipment
Published on: 03 November 2023, 11:35 AM IST

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