10 Machinery for Fertilization: खेती करने के लिए किसानों को कई तरह के कृषि उपकरणों और यंत्रों की आवश्यकता है. किसानी में हर एक कृषि यंत्र का अलग अलग काम में उपयोग किया जाता है. भारत में बुवाई के लिए किसान कई फर्टिलाइजर मशीनों का उपयोग करते हैं. इन उपकरणों के साथ किसान कम समय में खेतों में बुवाई का काम पूरा कर पाते हैं. कृषि उपकरणों के साथ किसान खेती में समय और मजदूरी की बचत कर सकते हैं.
कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको खेत में खाद मिलाने और बीज डालने वाले 10 कृषि यंत्रों की जानकारी देने जा रहे हैं.
1. फर्टिलाइजर ब्रॉडकास्टर (Fertilizer Broadcaster)
फर्टिलाइजर ब्रॉडकास्टर का उपयोग फसल मे दानेदार खाद और बीज के छिड़काव के लिए किया जाता है. यह कृषि यंत्र आपको हस्तचालित और ट्रैक्टर चालित दोने रूप मे देखने को मिल जाता है. फर्टिलाइजर ब्रॉडकास्टर को ट्रैक्टर के पीछे लगा कर चलाया जाता है और यह इसकी पीटीओ पावर से चलता है. इस यंत्र पर एक हॉपर तथा एक घूमने वाल डिस्क लगी होती है. हाँपर मे से बीज या खाद को तेजी से घूमने वाली डिस्क पर गिरने दिया जाता है. इसमें बीज/खाद की मात्रा स्पीनिंग डिस्क तक पाहुचने वाली गति शटर प्लेट द्वारा नियंत्रित की जा सकती है. भारत में फर्टिलाइजर ब्रॉडकास्टर की कीमत लगभग 12 हजार हो सकती है.
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2. सीड एंड फर्टिलाइजर ड्रिल (Seed And Fertilizer Drill)
सीड एंड फर्टिलाइजर ड्रिल का उपयोग खेती के लिए पहले से तैयार क्षेत्र में गेहूं तथा अन्य अनाज कि फसलों कि बीजाई के लिए किया जाता है. इस यंत्र में एक सीड बॉक्स, फर्टिलाइजर बॉक्स, सीड व फर्टिलाईजर मिटरिंग मेकनिज्म, सीड ट्यूब, फरो ओपनर तथा सीड एवं फर्टिलाईजर रेट एडजस्टिंग लीवर और ट्रांसपोर्ट सब पावर ट्रांसमीटिंग व्हील लगे होते है. फ्लूटेड रोलर सीड बॉक्स मे लगे होते हैं, जो नली मे बीज प्राप्त करते है और फरो ओपनर से जुड़ी सीड ट्यूब मे डालते है. रोलर को खिसकाने पर बीज प्राप्त करने वाली नली की लंबाई बढ़ाई या घटाई जा सकती है, इससे बुवाई के समय बीज कि मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है. भारत में सीड एंड फर्टिलाइजर ड्रिल की कीमत लगभग 35 हजार रुपये हो सकती है.
3. जीरो टिल ड्रिल (Zero Till Drill)
जीरो टिल ड्रिल एतक कृषि उपकरण है, जिसका उपयोग ट्रैक्टर की मदद किया जाता है. जीरो टिल ड्रिल का इस्तेमाल धान कि कटाई के बाद खेत को बिना जुताई किए गेहूं कि बीजाई के लिए किया जाता है. इस यंत्र में फ्रेम, सीड बॉक्स, फर्टिलाइजर बॉक्स, सीड व फर्टिलाईजर मिटरिंग मेकनिज़्म, सीड ट्यूब, फ़रो ओपनर तथा सीड एवं फर्टिलाईजर रेट एडजस्टिंग लीवर और ट्रांसपोर्ट तथा पावर ट्रांसमीटिंग व्हील लगे होते है. यह कृषि उपकरण उचित गहराई और उचित दूरी पर बीजों की बुवाई कर सकती है. भारत में जीरो टिल ड्रिल की कीमत लगभग 35 हजार रुपये हो सकती है.
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4. स्ट्रिप टिल ड्रिल (Strip Till Drill)
स्ट्रिप टिल ड्रिल का उपयोग धान कि कटाई के बाद बिना भूमि तैयार किए गेहूं कि बुवाई के लिए किया जाता है. इस यंत्र से पारंपारिक पद्धति की अपेक्षा 50 से 60 प्रतिशत ईंधन और 65 से 75 प्रतिशत समय की बचत की जा सकती है. इस यंत्र की मदद से फसल की बुवाई समय पर करने से और भी अधिक पैदावार प्राप्त की जा सकती है. इसके रोटरी सिस्टम मे C टाइप ब्लेड लगे होते है जो खेत मे प्रत्येक फ़रो ओपनर के आगे 75 MM चौड़ी पट्टी कि जुताई कर सकते है. भारत में स्ट्रिप टिल ड्रिल की कीमत लगभग 50 हजार रुपये हो सकती है.
5. न्यूमेटिक मल्टी क्रॉप प्लांटर (Pneumatic Multi Crop Planter)
न्यूमेटिक मल्टी क्रॉप प्लांटर का उपयोग केवल बीज को पूर्व-निर्धारित बीज से बीज कि दूरी एवं पंक्तियों कि दूरी मे बीजाई करने के लिए किया जाता है. आपको बता दें, यह कृषि यंत्र ट्रैक्टर द्वारा संचालित है और इसमें सेंट्रीफ्यूगल ब्लोअर लगा हुआ होता है. इसका उपयोग वायुदाब ग्रहण करके मीटरिंग मेकेनिज्म मे बीज प्रोषण के लिए किया जाता है. इस उपकरण में मेन फ्रेम, एस्पिरेटर ब्लोअर, सैल टाइप मीटरिंग प्लेट वाली डिस्क, अलग अलग हॉपर, फ़रो ओपनर, पी.टी.ओ. द्वारा चालित शाफ्ट, ग्राउंड ड्राइव व्हील आदि लगे होते है. यह सरसों, ज्वार, सोयाबीन, कपास, मटर, मक्का, मूँगफली, भिंडी आदि के बीज के रोपण हेतु उपयुक्त है. भारत में न्यूमेटिक मल्टी क्रॉप प्लांटर की कीमत लगभग 50 हजार रुपये हो सकती है.
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6. कॉटन प्लांटर (Cotton Planter)
कॉटन प्लांटर का उपयोग कपास और अन्य मोटे बीज जैसे मक्का, सोयाबीन सूरजमुखी की बीजाई के लिए किया जाता है. इस कृषि उपकरण में हॉपर, फिट इन्कलाइन्ड प्लेट मीटरिंग मेकेनिज्म फ़रो ओपनर, ग्राउंड व्हील, पावर ट्रांसमिशन मेकेनिज्म, बीज नली और मार्कर डिवाइस शामिल होते है. इस यंत्र हॉपर में कपास के बीज भरे जाते हैं, इसकी इन्कलाइन्ड प्लेट के सैल द्वारा बीज ग्रहण किया जाता है और बीज नली के द्वारा फ़रो ओपनर मे प्रेषित किए जाते हैं. प्लांटिंग एटेचमेंट का सीड मिटरिंग मेकेनिज्म इन्कलाईन्ड प्लेट प्रकार का होता है जिसके बाहरी किनारे पर प्रत्येक पंक्ति के लिए बीज ग्रहण करने हेतु दाँतेदार गड्ढे होते है. भारत में कॉटन प्लांटर की कीमत लगभग 30 हजार रुपये हो सकती है.
7. मक्का बुवाई हेतु रिज प्लांटर (Ridge Planter For Sowing Maize)
मक्का बुवाई हेतु रिज प्लांटर का उपयोग मक्का और अन्य समरूपी फसलों की रिज के ऊपरी साइड में बुवाई के लिए किया जाता है. इस उपकरण में सीड हॉपर, सीड मिटरिंग प्लेट, चैन ड्राइव सिस्टम, बीज नली, ग्राउंड व्हील, फ़रो ओपनर टेंशन स्प्रिंग, रिजर बॉटम और रिजर बीम लगे होते हैं. इसका सीड मिटरिंग मेकेनिज्म इन्कलाइन्ड प्लेट प्रकार का होता है, जिसके बाहरी किनारों पर बीज ग्रहण करने के लिए दाँतेदार गड्ढे दिए गए होते हैं. सीड मिटरिंग मेकेनिज्म, ग्राउंड व्हील से पावर ग्रहण करता है. इस यंत्र के संचालन प्रक्रिया मे इन्कलाइन्ड प्लेट एक या दो बीज ग्रहण करती है और बीज नली के द्वारा बीज को रिज के ऊपरी साइड में डाला जाता है. भारत में मक्का बुवाई हेतु रिज प्लांटर की कीमत लगभग 35 हजार रुपये हो सकती है.
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8. सेल्फ प्रोपेल्ड राइस ट्रांसप्लांटर (Self Propelled Rice Transplanter)
सेल्फ प्रोपेल्ड राइस ट्रांसप्लांटर का उपयोग पोखर क्षेत्र में मेट टाइप धान की नर्सरी के रोपण के लिए किया जा सकता है. यह एक छह पंक्ति वाला धान रोपक यंत्र है, इसमें मेट टाइप नर्सरी का उपयोग किया जाता है. इस मशीन को ड्राइवर सीट पर बैठकर चलाया जाता है और एक एक्टिंग ट्रांसप्लांटर मैकेनिज्म के उपयोग से ट्रांसप्लांटर की गति अधिक की जा सकती है. मशीन मे प्रत्येक मुंढेर पर पौध की संख्या, रोपाई की गहराई और पौधे से पौधे की दूरी के समायोजन का प्रावधान होता है. इस मशीन में एयर कुल्ड पेट्रोल इंजन और पावर स्टीयरिंग आता है. यह मशीन पादचारी धान रोपक मशीन संस्करण मे भी उपलब्ध है तथा कुछ मशीन के साथ सीट भी देखने को मिल जाती है. भारत में सेल्फ प्रोपेल्ड राइस ट्रांसप्लांटर की कीमत लगभग 4 से 6 लाख रुपये हो सकती है.
9. शुगर केन कटर प्लांटर (Sugar Cane Cutter Planter)
शुगर केन कटर प्लांटर का उपयोग गन्ने की रोपाई के लिए किया जाता है. यह कृषि उपकरण गन्ने के बीज को वांछित लंबाई मे काटता है, नलियों को खोलता है तथा इसमे गन्ने के बीज लगाता है, उर्वरक डालता है, सीड की रासायनिक प्रक्रिया करता है और इसे मिट्टी से कवर करता है. इस यंत्र के में रिजर बॉडी, सेट कटिंग यूनिट, उर्वरक विनियोग इकाई, सेट आवरण इकाई और सीड बॉक्स लगे होते हैं. इस पूरी मशीन का भार रबड़ के दो टायरों पर होता है. इस मशीन के साथ पूरे गन्ने की कटाई 350 MM लंबाई के टुकड़ों में की जा सकती है. इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर के साथ उसके पिछे लगाकर चलाया जाता है. भारत में शुगर केन कटर प्लांटर की कीमत लगभग 1 लाख रुपये हो सकती है.
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10. आलू बुवाई यंत्र (Potato Planter)
आलू बुवाई यंत्र का उपयोग आलू की बुवाई के लिए किया जाता है. इसकी मदद से किसान सेमी-ऑटोमैटिक आलू बुवाई यंत्र की तुलना में 74 प्रतिशत मजदूरी और 60 प्रतिशत बुवाई में आने वाली लागत में बचत कर पाते हैं. इस ऑटोमेटिक आलू बुवाई यंत्र मे एक हॉपर, आलू के बीज उठाने के लिए दो पिकर व्हील, फ़रो ओपनर, दो रिज बनाने के लिए 3 बॉटम वाला रिजर, उर्वरक मिटरिंग सिस्टम और एक फ्रेम होता है. इस यंत्र का हॉपर ऊपरी तरफ से आयताकार होता है और उसकी साइड्स नीचे की तरफ ढलान मे होती है. हॉपर के निचले हिस्से मे एजीटेटर लगे होते हैं, जो आलू के बीजों को फीडर तक पहुचाने का काम करते हैं. भारत में आलू बुवाई यंत्र की कीमत लगभग 75 हजार रुपये हो सकती है.