टिकाऊ कृषि के माध्यम से जायडेक्स कर रहा एक हरित भविष्य का निर्माण बाढ़ से फसल नुकसान पर किसानों को मिलेगा ₹22,500 प्रति हेक्टेयर तक मुआवजा, 5 सितंबर 2025 तक करें आवेदन बिना गारंटी के शुरू करें बिजनेस, सरकार दे रही है ₹20 लाख तक का लोन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 19 October, 2018 12:00 AM IST
Machinery

आज की तेज़ पीढ़ी के बारे में बात करें तो यह कहना गलत नहीं होगा की वह काफी ज्यादा कलात्मक सोच की स्वामी है. किसानी और खेती के लिए कई लोग जुगाड़ का तरीका अपनाते हैं ऐसे किसानी जुगाड़ जो लोगो ने घर बैठे -बैठे बना लेते हैं मगर इसके बारे में सोचने में भी वैज्ञानिकों को सालों लग जाते हैं.

योगेश का ट्रेक्टर रिमोट 

राजस्थान के बारां जिले के बमोरीकला गांव के योगेश ने अपने पिता का ट्रेक्टर चलाने के बाद होने वाले दर्द से निजात दिलाने के लिए ऐसा यंत्र बनाया है जिससे वह बिना ट्रेक्टर चलाये सिर्फ बैठ कर उस यंत्र की सहायता से चला पाएंगे.

निलेशभाई का मिनी ट्रेक्टर

गुजरात के एक किसान निलेशभाई भलाला ने मिनी ट्रैक्टर तैयार किया है. इस ट्रैक्टर का नाम नैनो प्लस है. दस एचपी पावर वाला यह मिनी ट्रेक्टर एक छोटे किसान के सारे काम कर सकता है. इस ट्रैक्टर से आप जुताई, बिजाई, निराई गुड़ाई, भार ढ़ोना, कीटनाशक छिड़कना आदि काम कर सकते हैं. यह दो मॉडल में आता है, एक मॉडल में 3 टायर लगे होते हैं और दूसरे में 4 टायर लगे होते हैं.

पारस का बाइक हल 

राजस्थान के भगवानपुरा गांव के किसान ने जुताई के लिए देसी जुगाड़ तैयार किया है. जिससे कई किसानों को राहत मिली है उनके पास ट्रैक्टर नहीं होने पर उन्होंने ऐसा जुगाड़ किया और इसके सहारे बाइक को जुताई का साधन बना लिया. इन्होंने कबाड़ की बाइक में हल लगाकर बनाए इस जुगाड़ अपने खेत की जुताई की. उन्होंने कबाड़ की बाइक से बनाया था यह हल. इसमें उनका 25 हज़ार का खर्चा आया और इस जुगाड़ ने उनकी 2 साल में लाख रुपये की बचत करवाई है. 

English Summary: Learn from these farmers How to cultivate Jugaad?
Published on: 19 October 2018, 02:34 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now