आजकल के बदलती हुई जीवनशैली और कुछ अन्य कारणों से चश्मे का प्रय़ोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. लेकिन आज खानपान में कुछ बदलाव की समस्या से समाधान पाया जा सकता है. आंखे हमारे शरीर का बेहद ही महत्वपूर्ण अंग है, क्योंकि इसे हम न केवल हम देखते है बल्कि ये हमारी खूबसूरती को भी बढ़ाती है. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपनी आंखों को उतना महत्व नहीं दे पाते है. इसीलिए यह बेहद ही जरूरी है कि हम अपने खानपान में ज्यादा ध्यान दें. आंखों के सेवन के लिए दूध, मक्खन, सभी अनाज, कद्दू, केला, पपीता, आदि प्रमुखता से ले आइए जानते है कि अगर आपको चश्मा पहनने से मुक्ति चाहिए तो आप इन चीजों का सेवन करें.
खानपान में जरूरी बदलाव
हमारी आंखों का स्वास्थ्य हमारे खानपान पर निर्भर करता है. हमारे खानपान में मौजूद पोषक तत्व हमारी आंखों से संबंधित कई तरह की समस्याओं को दूर रखने में सहायक होता है. अगर आपको अपनी आंखो पर चश्मा पसंद नहीं है तो आपको किसी भी तरह की सर्जरी की नहीं है, बस कुछ खास चीजों को खाने की ही जरूरत है. अपनी डाइट, जिंक, ओमेगा, सेलेनियम और विटामिन से भरपूर चीजें शामिल करें.
गाजर
आंखों के लिए विटामिन ए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है और यह वसा में घुलनाशील विटामिन ए की सबसे ज्यादा जरूरत आंखों के रेटिना को होती है. इसकी कमी से नाइट ब्लाइंडनेस की शिकायत को लेकर हो सकती है.इसीलिए डॉक्टर गाजर और इसके जूस को पीने की सलाह देते है. आपको रोजना एक गिलास गाजर का जूस पीने से आंखों पर चढा चश्मा उतर सकता है.
मक्का
मक्के में पाया जाने वाला कैरोटीनॉएड विटामिन ए का अच्छा स्त्रोत होता है. इसमें आंखों करो स्वस्थ रकने के लिए उपओगी ग्लूटन और जैक्सेथीन पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते है. सूप और खिचड़ी बना कर भी इसका सेवन किया जा सकता है.
ब्रोकली
ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइट्रेड, विटामिन ए, सी और कई तरह के दूसरे पोषक तत्व पाए जाते है. विटामिन ए का बेहतर स्त्रोत होने के चलते यह आंखों की सेहत के लिए बहुत ही अच्छा आहार होता है. इसको आप उबाल कर या फिर सलाद के रूप में भी खा सकते है.
सौंफ
सौंफ में पोषक तत्व और एंटी ऑक्सिडेंट होते है और जो आंखों को स्वस्थ रखने का कार्य करते है. यह आंखों में मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियों के असर को भी कम कर देते है. एक कप बादाम, सौंफ और मिश्री का पाउडर बनाकर रख लें और रात को सोने से पहले एक चम्मच पाउडर को एक गिलास गर्म दूध के साथ 40 से 50 दिन तक जरूर ,सेवन करें.