कटहल एक प्रकार का शाखायुक्त और बहुवर्षीय वृक्ष होता है। इस वृक्ष के फल के बाहरी सतह पर छोटे-छोटे कांटे उभरे हुए होते है। पेड़ पर होने वाले फलों में कटहल का फल विश्व में सबसे बड़ा माना जाता है। इसका उपयोग सब्जी बनाने के साथ ही पकाकर खाने के लिए भी किया जाता है। इतना ही नहीं कटहल का आचार और पकौड़े भी बनाया जाता है। कटहल के पुष्प स्तम्भ मोटी शाखाओं पर आसानी से उगते है। ये बड़े लंबाई के गोल युक्त होते है। इसमें विटामिन ए, सी, पौटेशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते है। इसके अलावा कटहल में भारी मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। इसके काफी ज्यादा फायदे भी होते है जो कि लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है.
कटहल के फायदें
दिल के रोगियों को फायदा
कटहल दिल के रोगियों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। दरअसल इसमें काफी मात्रा में पौटेशियम पाया जाता है जो कि दिल से जुड़ी हुई बीमारियों को कम करने में काफी ज्यादा मददगार है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को कम करने में काफी मदद करता है।
एनीमिया की समस्या
कटहल काफी ज्यादा रेशेदार होता है। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है। यह शरीर के अंदर मोजूद एनीमिया की समस्या को दूर करने में काफी सहायक होता है। साथ ही यह शरीर में बल्ड के सर्कुलेशन को बढ़ाने में काफी सहायक होता है।
थाइराइड में फायदेमंद
कटहल में काफी मात्रा में विटामिन ए, सी, पौटेशियम, कैल्शियम, नियासिन, जिंक भरपूर मात्रा में होता है। इतना ही नहीं इसमें भारी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है। इसका सेवन थाइराइड में काफी फायदेमंद होता है।
अस्थमा के लिए फायदेमंद
कटहल की जड़ का सेवन अस्थमा से पीड़ित रोगियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसकी जड़ को पानी में साथ में उबालकर पानी छान लेने से असथमा को कंट्रोल किया जा सकता है। इसीलिए थाइराइड के लिए यह काफी ज्यादा उपयोगी होता है।
घाव में राहत
कटहल के छिलकों से निकलने वाला दूध को अगर आप घाव, सूजन और शरीर के कटे - फटे अंगों पर लगा लेंगे तो आराम मिलता है और इसी दूध से जोड़ों पर मालिश की जाए तो जोड़ो के दर्द से राहत मिलती है।
मुंह के छाले
अगर आपके मुंह में छाले हो गए है तो कटहल की कच्ची पत्तियों को चबाने से मुंह के छालों में आराम मिलता है. यह मुंह के छालों को ठीक कर देता है और इसमें पाए जाने वाले खनिज हार्मोन्स से काफी ज्यादा फायदा होता है।