लोहड़ी के त्यौहार का पंजाब के लोगों के लिए बहुत महत्व है क्योंकि यह राज्य में कटाई के मौसम और सर्दियों के मौसम के अंत का प्रतीक है. हर साल यह त्योहार 13 जनवरी को मनाया जाता है. लोहड़ी उत्सव रबी फसलों की कटाई से जुड़ा हुआ है. किसानों के लिए इसका विशेष महत्व है क्योंकि यह एक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. हमने अपने इस लेख में कुछ पारंपरिक खाद्य पदार्थ दिए हैं जिनके बिना लोहड़ी का त्यौहार अधूरा है. शरीर को गर्म रखने के लिए इन खाद्य पदार्थों को आमतौर पर सर्दियों में खाया जाता है.
गजक (Gachak)
गजक तिल और चीनी या गुड़ से बनी मिठाई है. गजक और चिक्की ऐसे शब्द हैं जो अक्सर एक ही स्नैक के लिए उपयोग किए जाते हैं. सफ़ेद गजक, जो तिल और सफेद चीनी से बना होता है, लोहड़ी के उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
तिल का लड्डू (Til ka laddu)
गुड़ और भुने हुए तिल के साथ बनाई जाने वाली यह स्वादिष्ट और पारंपरिक सर्दियों की मिठाई, सबसे महत्वपूर्ण है जो कि त्यौहार खत्म होने के बाद भी बहुत मजे से खायी जा सकती है. आप इन लड्डुओं को एयर-टाइट कंटेनर में स्टोर कर सकते हैं और सर्दियों में सेवन कर सकते हैं.
भुना हुआ मखाना (Fried makhana)
मखानों को फॉक्स सीड या लोटस सीड के रूप में भी जाना जाता है, यह नए जमाने का सुपरफूड है. मखाना में कोलेस्ट्रॉल, वसा और सोडियम की मात्रा कम है. आप इन्हें घी या मक्खन में भुन सकते हैं और इन्हें काली मिर्च या चाट मसाले के साथ भी खा सकते हैं.
आटा लड्डू (Atta Laddu)
यह भी एक और स्वादिष्ट लोहड़ी मिठाई है जिसे बहुत से लोग पसंद करते हैं. आमतौर पर अलग-अलग अवसरों या त्योहारों के लिए भारतीय घरों में एक समृद्ध, गेहूं की मिठाई बनाई जाती है. हालाँकि, आटा लड्डू केवल कुछ ही सामग्रियों के साथ बनाया जाता है. यह एक बहुत ही सरल रेसिपी है, लेकिन स्वाद लाजवाब है. आप इस लड्डू को आसानी से घर पर बना सकते हैं.