Medicinal Plant: प्रागैतिहासिक काल से कई प्रकार के औषधीय पौधे पाए जाते रहे हैं, जिनका पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में नई खोज और उपयोग किए जाते रहे है. आज हम उन औषधीय पौधों के बारे में जिक्र करेंगे जिन्हें हम अपने घरों में भी लगा सकते हैं. वे लाभकारी है और उनका कोई साइड इफेक्ट नहीं है. हमारे दादा-दादी और नाना-नानी इन औषधीय पौधों से घरेलु उपचार के लिए उपयोग करते आए हैं. ध्यान रहे है कि अगर कोई गंभीर बीमारी है तो ऐसी कंडीशन में आपको घरेलु उपचार की जगह किसी डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है. तो आइए जानते हैं, वे कौन से औषधीय पौधे हैं, जिनको अपने घर पर आसानी से लगा सकते हैं और जो स्वास्थ्य के लिए भी हर तरह से लाभदायक हैं.
अश्वगंधा(Ashwagandha)
अश्वगंधा एक बहुत ही प्राचीन औषधि है, जिसका व्यापक रूप से आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है. इसके उपयोग से तनाव में कमी और तंत्रिका सुरक्षा के लिए सबसे अच्छी औषधि है. इस जड़ी-बूटी से प्रजनन क्षमता, घाव की देखभाल में सहायता को बढ़ावा देती है और इम्यूनिटी को बढ़ाती है. यह एक बहुत अच्छा हार्ट टॉनिक है. यह आंखों को स्वास्थ्य बनाए ऱखने में मदद करता है. अश्वगंधा के उपयोग से डिप्रेशन और चिंता भी कम होती है. इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल कम कर सकती है और ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकती है.
नीम (Neem)
नीम एक बहुत पुराना औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग कई युगों से किया जा रहा है. नीम में उत्कृष्ट एंटीसेप्टिक गुण हैं और इसका उपयोग बाहरी इस्तेमाल के लिए किया जा सकता है. शरीर में किसी बरसाती कीड़े के द्वारा हुए इंफेक्शन को दूर करने के लिए एक कारगर उपाय है. नीम उबाल कर उसके गर्म पानी से नहाने पर खुजली व इंफेक्शन की समस्या खत्म हो जाती है. वहीं निकले दानों के लिए भी लाभकारी है.
तुलसी (Basil)
सनातन धर्म के पौराणिक शास्त्रों के मुताबिक तुलसी को हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र पौधों माना जाता है. वहीं आपको बताते चलें कि तुलसी का उपयोग कच्चे रूप में किया जाता है. या फिर हर्बल चाय के रूप में इसका उपयोग किया जाता है. तुलसी की चार किस्में हैं, जिन्हें राम तुलसी, वाना तुलसी, कृष्णा तुलसी और कर्पूर तुलसी कहा जाता है. तुलसी में बहुत मजबूत कीटाणुनाशक, फफूंदनाशक, जीवाणुरोधी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो बुखार, आम सर्दी और श्वसन संबंधी बीमारियों को ठीक करने के लिए अच्छे होते हैं. इसके अलावा सर्दी, बुखार और खांसी से राहत मिलती है. साथ ही यह अपच, सिरदर्द, हिस्टीरिया, अनिद्रा और हैजा को ठीक करने में बहुत असरदार है.
पुदीना(Peppermint)
दुनिया की सबसे पुरानी दवाओं में से एक पुदीना है. यह आसानी से सभी पर्यावरणीय परिस्थितियों में उग जाता है. पुदीना प्राकृतिक रूप से मैंगनीज, विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है. पुदीना की पत्तियों को मांसपेशियों को आराम देने के लिए उपयोग किया जा सकता है. यह एक अद्भुत माउथ फ्रेशनर है. इसमें पेट फूलना, पेट खराब होना, बुखार और चिढ़चिढ़ापन का इलाज करने की क्षमता है.
एलोवेरा(Aloe Vera)
एलोवेरा एक अद्भुत पौधा है. घर में इस पौधे को उगाना आवश्यक है. एलोवेरा को घर पर रखने से आपको मच्छरों से छुटकारा मिल सकता है. यह एक बढ़िया हाइड्रेटिंग एजेंट है. एलोवेरा एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है, जो प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर है, जो शरीर में मुक्त कणों से निपटने में मदद करते हैं. अगर आपका इम्यून सिस्टम वीक है, तो आप रोजाना एलोवेरा का रस पी सकते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली फिट रहेगी. यह आसानी से सूजन को कम कर सकता है. यह आपकी त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा है. एलोवेरा जूस पीने से आप पाचन समस्याओं, भूख, पुरानी कब्ज और अल्सरेटिव कोलाइटिस से छुटकारा पा सकते हैं.
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मेथी( Fenugreek)
मेथी के बीज और पत्ते दोनों ही पौष्टिक और स्वास्थ्य लाभदायक होते हैं. कई लोग बॉडी बिल्डिंग और वजन बढ़ाने के लिए इसका सेवन करते हैं. मेथी में लिवर कैंसर को दूर करने की क्षमता होती है. यह पाचन में सहायक होता है. स्तनपान कराने के लिए जच्चा द्वारा इसका सेवन किया जाता है. यह माहवारी और प्रसव पीड़ा के समय बहुत मददगार है. मेथी पेट और आंतों की सूजन और अल्सर का इलाज कर सकती है. ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम कर सकती है. सांसों की बदबू को दूर करने में यह सहयोगी है.
लेमन ग्रास(Lemon Grass)
लेमन ग्रास एक औषधीय पौधा है, जिसे आसानी से घर पर उगाया जा सकता है. इसका उपयोग चाय, सलाद, सूप और नींबू के साथ लगभग सभी व्यंजनों में बहुत अच्छा लगता है. लेमन ग्रास तनाव संबंधी स्थितियों के लिए बहुत फायदेमंद है.
यह कुछ श्वसन स्थितियों और गले में खराश के संक्रमण में भी सहायक है. यह पेट दर्द, सिरदर्द, जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पाचन तंत्र की ऐंठन सहित सभी प्रकार के दर्द के लिए इस्तेमाल किया जाता है.