मेंथा एक सुगंधित पौधे (Aromatic) की श्रेणी में आता है. भारत में पिपरमिंट का उत्पादन बड़े पैमाने में किया जाता है. मेंथा को पिपरमिंट भी कहा जाता है और मेंथा का वानस्पति नाम मेंथा-पिपरिता है. कई जगहों पर इसे पुदिना भी कहा जाता है. आयुर्वेद में भी मेंथा का जिक्र किया गया है और अभी भी आयुर्वेदिक दवाओं में इसका इस्तेमाल किया जाता है. वर्तमान के परिदृश्य में मेंथा का इस्तेमाल तेल, दवा, दूथपेस्ट, सौंदर्य उत्पाद आदि में किया जाता है. मेंथा का पौधा मात्र 2 से 3 महीनों में तैयार हो जाता है. इसके अलावा मेंथा कई बीमारियों से लड़ने में बेहद कारगर होता है तथा इसमें दर्दनिवारक गुण पाए जाते हैं, जिससे पेट दर्द, सर दर्द व दांत दर्द का खात्मा हो जाता है. इसके अलावा मेंथा का तेल गठिया जैसी शारीरिक समस्याओं में कारगर है.
मेंथा में मौजूद हैं औषधीय गुण
मेंथा में औषधीय गुणों की भरमार होती है. इसमें मौजूद एन्टीसेप्टीक गुण शरीर में पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं. इसमें एन्टीबैक्टिरीयल, पेनकिलर और एन्टीसेप्टिक आदि गुण दर्द निवारक दवा के तौर पर भी कार्य करते हैं.
सिर दर्द में लाभकारी
लोग अपनी दिनचर्या में बहुत से ऐसे पड़ाव से गुजरते हैं, जिससे तनाव उत्पन्न होता है और सिर दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है. इसके अलावा मौसम के कारण भी लोगों को सिर दर्द से जुझना पड़ता है. जिसके लिए लोग दवा का रुख करते हैं. बता दें कि पेपरमिंट को पीसकर मस्तक में लगाने से सिरदर्द की समस्या का निवारण होता है और सिर को राहत मिलती है.
मेंथा दांत दर्द में फायदेमंद
दांत दर्द की समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक रहती है, जिसके लिए वह दर्द निवारक दवा का सेवन तो करते हैं मगर उसका कुछ खासा असर देखने को नहीं मिलता है. दांत दर्द के लिए घरेलु दवा के तौर पर आप मेंथा/ पिपरमिंट का उकर सकते हैं. इसके पत्तों को दांतों की बीच रखने से दर्द से राहत मिलती है.
सर्दी में पेपरमिंट के लाभ
पयोग
सर्द मौसम में स्वास्थ्य में भी उतार चढ़ाव देखने को मिलता है. सर्द में स्वास्थ्य का खासा ध्यान देने की आवश्यकता होती है. जिसके लिए आप मेंथा को अपने खान पान में शामिल कर सकते हैं. मेंथा के सेवन से आपके पेट को आराम तो मिलेगा ही साथ में इसे भाप के तौर पर इस्तेमाल करने से कफ व खांसी दूर हो सकती है.
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मेंथा से रूकेंगे दस्त
खान पान में थोड़ी सी चूक और इसका खामियाजा आपको दस्त के रूप में उठाना होगा. मेंथा के सेवन से आपके पेट को राहत तो मिलेगी ही साथ में दस्त भी खत्म होंगे. इसके लिए आप मेंथा के पत्तों का काढ़ा बनाकार पी सकते हैं.