हम जो भी भोजन खाते हैं उसका सीधा संबंध हमारी सेहत से है. यानि जितना ज्यादा भोजन पोष्टिक होगा वह हमारी सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होगा. इसीलिए जब भी आप भोजन का सेवन करें तो उसमें पौष्टिकता का ध्यान रखा जाना चाहिए. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के तीव्र विकास और विस्तार के बावजूद देश के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी होती जा रही है. इसका प्रमुख कारण हमारे दैनिक खानपान में नमक, तेल और चीनी की बढ़ती मात्रा है. शारीरिक श्रम के अभाव और आरामदायक दिनचर्या के कारण शरीर में बड़े पैमाने पर विषैले तत्व एकत्रित हो जाते हैं, जो अनेक गंभीर बीमारियों को जन्म दे देते है.
नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ
परंपरागत भारतीय खाने के स्थान पर आधुनिक और पश्चिमी शैली पर आधारित रेडी-टू- इट, डब्बाबंद, जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन हमारे शरीर में जहरीले तत्वों में काफी बढ़ोतरी कर रहा है. जंक फूड और फास्ट फूड में ट्रांसफैट, शुगर, सोडियम, लेड जैसे खतरनाक रसायनों का प्रयोग कर उसे टेस्टी तो बनाया जाता है, लेकिन वह फूड पूरी तरह से हेल्दी नहीं होता . इस खाने को खा लेने से भूख तो मिट जाती है लेकिन शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती है. इनमें प्रोटीन, मिनरल जैसे कई तत्वों का आभाव होता है.
नुकसानदायक खाद्य पदार्थों से होने वाले नुकसान
1.इनमें रासायनिक पदार्थों और शुगर लेवल की मात्रा काफी ज्यादा होती है.
2.फाइबर व चिकनाई अधिक होने के कारण इनका सेवन पाचन तंत्र पर प्रभाव डालता है.
3.कई बार प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है.
खाएं घर का खाना
आजकल बड़े शहरों व महानगरों में भागदौड़ भरी जीवनशैली और काम के तनाव के कारण युवा अपने घर पर ही विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन करने की जगह बाजार में मिल रहे रेडी टू फूड खाद्य पदार्थों का सेवन करके भोजन संबंधी आवश्यकताओं की आसानी से पूर्ति कर लेते हैं. परन्तु होटल और टिफिन वाले भोजन में पौष्टिकता की बजाय स्वाद पर बल दिया जाता है. इसीलिए स्वाद और फैशन के चक्कर में खाद्य पदार्थों के निर्माण में टेस्ट मेकर, हानिकारक रसायनों, सिंथेटिक कलर, वसा, शुगर, ट्रांस फैट आदि का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है. हम स्वाद के चक्कर में यह भूल ही जाते हैं कि ऐसे भोजन के सेवन से अनेक खतरनाक बीमारियां जन्म लेती हैं.
करें संतुलित आहार का सेवन
1.प्रतिदिन संतुलित और सेहतमंद आहार ले.
2.फोर्टीफाइड फूड का सेवन करें
3.फल और सब्जियों का सेवन करें.
4.फलों पर स्टीकर का प्रयोग ना करें.
5.कटे, गले, सड़े फलों का प्रयोग ना करें.
6.पौष्टिक जीवन व स्वस्थ जीवन पर दें ध्यान.
7. ताजा खाने पर ही दें ज्यादा ध्यान.