महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किया Tractor Ke Khiladi प्रतियोगिता का आयोजन, तीन किसानों ने जीता 51 हजार रुपये तक का इनाम Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 4 February, 2019 4:30 PM IST

हम जो भी भोजन खाते हैं उसका सीधा संबंध हमारी सेहत से है. यानि जितना ज्यादा भोजन पोष्टिक होगा वह हमारी सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होगा. इसीलिए जब भी आप भोजन का सेवन करें तो उसमें पौष्टिकता का ध्यान रखा जाना चाहिए. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के तीव्र विकास और विस्तार के बावजूद देश के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी होती जा रही है. इसका प्रमुख कारण हमारे दैनिक खानपान में नमक, तेल और चीनी की बढ़ती मात्रा है. शारीरिक श्रम के अभाव और आरामदायक दिनचर्या के कारण शरीर में बड़े पैमाने पर विषैले तत्व एकत्रित हो जाते हैं, जो अनेक गंभीर बीमारियों को जन्म दे देते है.

नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ

परंपरागत भारतीय खाने के स्थान पर आधुनिक और पश्चिमी शैली पर आधारित रेडी-टू- इट, डब्बाबंद, जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन हमारे शरीर में जहरीले तत्वों में काफी बढ़ोतरी कर रहा है. जंक फूड और फास्ट फूड में ट्रांसफैट, शुगर, सोडियम, लेड जैसे खतरनाक रसायनों का प्रयोग कर उसे टेस्टी तो बनाया जाता है, लेकिन वह फूड पूरी तरह से हेल्दी नहीं होता . इस खाने को खा लेने से भूख तो मिट जाती है लेकिन शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती है. इनमें प्रोटीन, मिनरल जैसे कई तत्वों का आभाव होता है.

नुकसानदायक खाद्य पदार्थों से होने वाले नुकसान

1.इनमें रासायनिक पदार्थों और शुगर लेवल की मात्रा काफी ज्यादा होती है.

2.फाइबर व चिकनाई अधिक होने के कारण इनका सेवन पाचन तंत्र पर प्रभाव डालता है.

3.कई बार प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है.

खाएं घर का खाना

आजकल बड़े शहरों व महानगरों में भागदौड़ भरी जीवनशैली और काम के तनाव के कारण युवा अपने घर पर ही विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन करने की जगह बाजार में मिल रहे रेडी टू फूड खाद्य पदार्थों का सेवन करके भोजन संबंधी आवश्यकताओं की आसानी से पूर्ति कर लेते हैं. परन्तु होटल और टिफिन वाले भोजन में पौष्टिकता की बजाय स्वाद पर बल दिया जाता है. इसीलिए स्वाद और फैशन के चक्कर में खाद्य पदार्थों के निर्माण में टेस्ट मेकर, हानिकारक रसायनों, सिंथेटिक कलर, वसा, शुगर, ट्रांस फैट आदि का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है. हम स्वाद के चक्कर में यह भूल ही जाते हैं कि ऐसे भोजन के सेवन से अनेक खतरनाक बीमारियां जन्म लेती हैं. 

करें संतुलित आहार का सेवन

1.प्रतिदिन संतुलित और सेहतमंद आहार ले.

2.फोर्टीफाइड फूड का सेवन करें

3.फल और सब्जियों का सेवन करें.

4.फलों पर स्टीकर का प्रयोग ना करें.

5.कटे, गले, सड़े फलों का प्रयोग ना करें.

6.पौष्टिक जीवन व स्वस्थ जीवन पर दें ध्यान.

7. ताजा खाने पर ही दें ज्यादा ध्यान.

English Summary: Take care of nutrition in your diet
Published on: 04 February 2019, 04:40 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now