बच्चों के माता-पिता उनके खानपान को लेकर हमेशा चिंतित रहते है. उनको बच्चों के खाने को लेकर इस बात की चिंता रहती है कि उन्होंने पूरी तरह से पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाया है या फिर नहीं. बच्चों को ज्यादातर फास्टफूड खाने की आदत होती है और इसीलिए उनको बाहर की चीजें खाने की आदत पड़ जाती है. इससे वह जंक फूड खाने के आदी हो जाते हैं. लेकिन अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखें तो घर में ही रहकर आप बच्चों में पौष्टिक खानपान के प्रति दिलचस्पी पैदा कर सकते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से आप अपने बच्चों को सेहतकारी फूड दे सकते हैं.
डाइट हो हेल्दी
बच्चों को खाने में शुरू से ही हेल्दी फूड देना चाहिए. उनको बचपन से ही ऐसी आदतें डालनी चाहिए कि उसके सहारे उनकी खानपान व दिनचर्या ठीक रहे. माता पिता के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती रहती है कि किस तरह से उनके हाथ में कैंडी, उनका फेवरेट चॉकलेट शेक छुड़ाकर हरी सब्जियां व प्रोटीन युक्त खाना खिलाएं. अगर माता-पिता इस चुनौती से पार पा लेते हैं तो उनके बच्चों का खानपान ठीक हो जाएगा.
फल सब्जियों की आदत डालें
माता-पिता को कोशिश करनी चाहिए कि बच्चे हरी सब्जियां खाएं. बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कैल्शियनम, पौटेशियम व मैगनीशियम जैसे भरपूर सब्जियां खानी जरूरी है. बच्चो को हरी सब्जियों की आदत डालना आसान काम नहीं है. माता -पिता की कोशिश होनी चाहिए कि वह बच्चों को हरी सब्जियों के बारे में पूरी जानकारी देकर उसके फायदें भी बताएं ताकि बच्चे हरी सब्जियों से दूर ना भागे.
सलाद की आदत
माता-पिता कोशिश करें कि बच्चों को हरी सब्जी के साथ ज्यादा से ज्यादा सलाद खाने की आदत डालें ताकि इसके सहारे उनको जरूरी पोषक तत्व मिलें. बच्चों में सलाद खाने की आदत विकसित करें. प्याज, टमाटर, मूली, गाजर, खीरा आदि खिलाने की आदत डालें ताकि इससे उनकी सही विकास हो सके.
दही व नारियल पानी
दही व नारियल पानी का सेवन बच्चों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. बच्चों को लस्सी में फ्लेवर और शरबत डालकर भी आसानी से पिला सकते हैं. नारियल के पानी में काफी मिनरल्स होते हैं. इसी तरीके से अगर बच्चे चॉकलेट का केक मांगते हैं तो आप मैदा की जगह पर प्रोटीन से भरे गेहूं व आटे का केक तैयार कर सकते हैं.
कम करें जंक फूड
ज्यादातर बच्चों में इस बात की आदत होती है कि वह ज्यादा से ज्यादा चॉकलेट, बिस्किट, नमकीन जैसे जंक फूड खाकर ही अपनी भूख शांत करने की कोशिश करते हैं. इसीलिए कोशिश की जानी चाहिए कि बच्चे बाहर का जंक फूड कम मात्रा में ही खाएं ताकि उनको उसकी जगह कुछ और हेल्दी खाना के चुनाव करने का मौका मिले.