आपने अक्सर घर में बड़े-बुजुर्गों से सुना होगा कि नाखून बड़े रखने से बीमार हो सकते हैं और यह बात सच भी है. आपके नाखूनों में आपकी सेहत का राज छुपा होता है. आपने शायद कभी इस बात पर ध्यान दिया हो कि जब भी हम बीमार होकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो सबसे पहले डॉक्टर हमारे नाखून चेक करता है. वहीं हमारे सदियों पुराने आयुर्वेद में भी नाखून से गंभीर बीमारी के इलाज का दावा किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं खराब नाखून आपके स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ बताते हैं, तो चलिए जानते हैं कि आयुर्वेद में इसका क्या संबंध है.
आयुर्वेद में नाखून का जिक्र
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भारत में आयुर्वेद का इतिहास बहुत ही पुराना है. आयुर्वेद के मुताबिक यदि किसी के नाखून का रंग गुलाबी है और नाखून आसानी से टूटते नहीं है तो आप एकदम पर्फेक्ट हैं और आपका स्वास्थ्य ठीक है.
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तो वहीं यदि आपके नाखून का रंग एकदम में सफेद है तो आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी है, जिससे आपको स्वास्थ्य संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं.
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यदि आपके नाखून आसानी से टूट रहे हैं तो यह आपके शरीर में आयरन या फिर जिंक की कमी को दर्शाता है
नाखून के ऊपर वाली रेखाएं क्या दर्शाती हैं?
नाखून के ऊपर वाली रेखाएं आपके शरीर में पोषक तत्वों के कमी को दर्शाती हैं. तो वहीं रेखाएं जितनी गहरी होंगी पोषक तत्वों की कमी उतनी ही अधिक होगी.
नाखून की हॉरिजेंटल रेखाएं क्या दर्शाती हैं?
नाखूनों में रेखाएं बहुत कुछ बयां करती हैं. आयुर्वेद की मानें तो यदि नाखून में एक गहरी रेखा है, जो नाखून को खराब करती है, तो यह आपके लिए एक गंभीर बीमारी, संक्रमण का संकेत दर्शा रहा है.
नाखून पर चांद क्या दर्शाता है?
आयुर्वेद के अनुसार यदि आपके नाखून की जड़ में चंद्रमा जैसा निशान या फिर आधा चंद्रमा दिखाई देता है, तो यह पेट की बीमारी का संकेत दे रहा है. साफ शब्दों में कहें तो आपकी पाचन प्रक्रिया साफ बहुत कमजोर है.
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नाखून पर बड़ा चांद क्या दर्शाता है?
नाखून में यदि बड़े आकार का चांद दिखाई दे रहा है तो इसका अर्थ है कि आपका पेट खराब है. शरीर में सूजन, पेट में गैस और कई तरह की पोषक तत्वों की कमी को दर्शाता है.