मूली एक मूल सब्जी है जो ब्रैसीसेकी परिवार (Brassicaceae family) से संबंधित है. इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपके शरीर के लिए कई तरह से महत्वपूर्ण होती हैं. मूली के सेवन से बवासीर और कब्ज की समस्या से मदद मिलती है, इसके साथ ही ये हमारे शरीर में कई तरह की समस्या को पनपने से बचाती है. दुनिया भर में मूली की कई अलग-अलग किस्में हैं जो आकार, रंग और वजन में काफी भिन्न हैं. मूली के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसका सेवन कच्चा, पका कर दोनों तरह से किया जा सकता है. तो आइए जानते है मूली से होने वाले फ़ायदों के बारे में....
मूली पीलिया की रोकथाम करने में सहायक
मूली को पीलिया के लिए एक प्राकृतिक औषधि माना जाता है. मूली के पत्ते इस रोग में बहुत उपयोगी होता हैं. इसका एक मजबूत डिटॉक्सिफाइंग प्रभाव है जो रक्त से जहरीले तत्वों को निकालता है. यह ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाकर पीलिया से पीड़ित लोगों में लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) के टूटने को रोकने में मदद करता है.
दिल को स्वस्थ रखता है
मूली में एंथोसायनिन गुण होते हैं जो हृदय रोगों से बचाते है. यह हार्ट फेल, धमनी रोग और यहां तक कि गुर्दे की बीमारियों जैसे अन्य प्रभावों से बचाने में मदद करता है. इसके साथ ही ये तनाव और सूजन को कम करके हृदय संबंधी बीमारियों को भी रोकता है.
त्वचा के लिए अच्छा है
मूली में मौजूद विटामिन बी, सी, जिंक और फास्फोरस आदि तत्व त्वचा के लिए लाभदायक तत्व होते है. इसमें मौजूद पानी की मात्रा आपकी त्वचा को नमीयुक्त रखने में मदद करती है. इसमें कीटाणुनाशक गुण भी होते हैं जो त्वचा के विकारों जैसे सूखी त्वचा, चकत्ते और दरारों को रोकते हैं.
मूली का जूस कैसे बनाये
सर्वप्रथम मूली को धोकर काट लें. तत्पश्चात अदरक और लहसुन लें. उसके बाद से सभी सामग्रियों को ब्लेंडर या जूसर में डालें और उन्हें ब्लेंड करें. फिर मूली के रस को एक गिलास में छान लें और सेवन करने हेतु स्वादानुसार नमक डाल लें.