औषधीय पौधे, हर्बल दवाओं में उपयोग (Medicinal Use Herbal Medicine) के लिए प्रसिद्ध है. ऐसे पौधों में चिकित्सीय गुण (Therapeutic Properties) होते हैं जो मानव शरीर पर लाभकारी प्रभाव डालते हैं. औषधीय पौधे कई तरह की सामान्य बीमारियों के अलावा गंभीर बिमारियों के उपचार में उपयोगी होते हैं. इसी के चलते आज हम आपको पत्थरचट्टा के औषधीय गुणों (Medicinal Properties of Patharchatta) के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर मानव शरीर के लिए रामबाण है.
पत्थरचट्टा का औषधीय उपयोग (Medicinal Uses of Patharchatta)
अगर हम प्रकृति के साथ जीवन में आगे बढ़ते हैं तो अच्छा स्वास्थ्य कभी भी शैली से बाहर नहीं होता है. पत्थरचट्टा में औषधीय गुण हैं जो वर्तमान समय के कुछ प्रचलित विकारों को दूर कर सकते हैं.
पत्थरचट्टा के स्वास्थ्य फायदे (Patharchatta Health Benefits)
पथरी और पेट दर्द को दूर करे (Remove stone and stomach pain)
अगर आपको पथरी की समस्या है तो पत्थरचट्टा आपकी सेहत के लिए रामबाण है. इसके लिए आपको पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन (Patharchatta Leaves Benefits) गुनगुने पानी के साथ करना है. ऐसा रोजाना करने से आपको पथरी की समस्या से निजात मिल जाएगी. सर्वोत्तम परिणामों के लिए इसकी दो पत्तियों को खाली पेट लें. अगर आप पत्थरचट्टा के रस में सोंठ का चूर्ण मिलाकर इसका सेवन करते हैं तो आपको पेट दर्द से भी राहत मिल सकती है. इसका उपयोग पेट से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भी किया जाता है.
किडनी स्टोन की समस्या को जड़ से करे ख़त्म (Eliminate the problem of kidney stone from the root)
आयुर्वेद में सदियों से पथरी का उपयोग मूत्र विकारों को दूर करने के लिए किया जाता रहा है. अगर आप इसका काढ़ा पीते हैं तो पेशाब में जलन, रुक-रुक कर पेशाब आने जैसी समस्या दूर हो सकती है. इसके अलावा बवासीर की समस्या को दूर करने के लिए भी पत्थर को उपयोगी माना जाता है.
मरहम घाव और सूजन के लिए है उपयोगी (Ointment is useful for wounds and swelling)
आप स्टोनक्रॉप के माध्यम से त्वचा पर किसी भी प्रकार की सूजन, घाव या घाव की चोट का भी इलाज कर सकते हैं. इसके लिए आपको पत्थरचट्टा के 4-5 पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाना है और इसे संक्रमित जगह पर लगाना है, जिससे आपके घाव और सूजन में राहत मिलेगी. इस पेस्ट से आप शरीर पर रैशेज या खुजली की समस्या को भी ठीक कर सकते हैं.
योनि संक्रमण को करे ठीक (Cure Vaginal Infection)
आमतौर पर महिलाएं योनि में संक्रमण की समस्या से जूझती हैं. इसमें उनके जननांग या प्राइवेट एरिया में खुजली, जलन के साथ योनि स्राव होता है. इस परेशानी को दूर करने के लिए पत्थर काम आ सकता है. इसके लिए आपको इसकी पत्तियों को उबालकर काढ़ा पीना है और आप इसमें स्वाद के लिए शहद मिला सकते हैं.
खूनी दस्त और हाई बीपी वालों के लिए है फायदेमंद (Beneficial for those with bloody diarrhea and high BP)
जो लोग खूनी दस्त की समस्या से परेशान हैं उनके लिए भी पत्थरचट्टा फायदेमंद है. इसके लिए आप इसकी पत्तियों का रस निकाल लें. फिर इसमें एक चुटकी पिसा हुआ जीरा पाउडर और आधा चम्मच देसी घी मिलाएं.
इस मिश्रण का दिन में दो बार सेवन करने से आपको खूनी दस्त से राहत मिल सकती है. इसके अलावा उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी स्टोन का रस फायदेमंद होता है.