सर्दियां (Winters) किसे पसंद नहीं होती है लेकिन इसी समय में हमे अपने शरीर के आहार का भी ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है. अपने शरीर को सर्दी और फ्लू जैसी बिमारियों से बचाने के लिए हरी सब्जियां खाना जरूरी है और इन्हीं में से एक है बथुआ (Bathua).
बथुआ या चेनोपोडियम एल्बम एक पौष्टिक सब्जी है जो सर्दियों के दौरान उपलब्ध होती है. यह उत्तरी भारत में उगाया जाता है और इसे आमतौर पर पिगवीड के रूप में भी जाना जाता है.
बथुआ के लाभ (Benefits of Bathua)
-
अमीनो एसिड से भरपूर: बथुआ के पत्तों का सेवन अमीनो एसिड की उच्च सांद्रता के लिए किया जाता है, जो कोशिका निर्माण और कोशिका की सुधारने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
-
फाइबर से भरपूर: बथुए का सेवन पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित होने पर किया जा सकता है क्योंकि यह फाइबर से भरपूर होता है.
-
कम कैलोरी: अन्य सभी हरी सब्जियों की तरह, बथुआ में कैलोरी बहुत कम होती है और अगर कोई अपना वजन देख रहा है तो इसका सेवन किया जा सकता है. यूएसडीए के आंकड़ों के मुताबिक, बथुआ में 100 ग्राम हिस्से में सिर्फ 43 कैलोरी होती है.
-
सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर बथुआ कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ए, सी और बी6 से भरपूर होता है. ये सभी सूक्ष्म पोषक तत्व बथुआ को अविश्वसनीय रूप से पौष्टिक और सर्दियों के लिए आवश्यक आहार बनाते हैं.
बथुआ को अपने शीतकालीन आहार में कैसे शामिल करें (How to include Bathua in your winter diet)
-
बथुआ काफी बहुमुखी है और इसे सामान्य सब्ज़ी के अलावा कई तरीकों से पकाया जा सकता है. बथुआ को अपने शीतकालीन आहार में शामिल करने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:
-
बथुए की रोटी: बथुए की रोटी सर्दियों में बनने वाली एक पौष्टिक और स्वादिष्ट रोटी है जिसे आप बार-बार बनाना चाहेंगे. इसको बनाने के लिए, आप पत्तियों को उबालकर उनका पेस्ट बना सकते हैं. जिसे बाद में कई अन्य मसालों के साथ गेहूं के आटे में मिलाया जा सकता है. फिर आटे को गोल आकार में चपटा किया जाता है और एक तवे के ऊपर पकाया जाता है.
यह भी पढ़ें: बथुवा की खेती कर यहां के किसान कमा रहे हैं भारी मुनाफा, जानिए कैसे
-
बथुआ पराठा: बथुआ पराठा बनाने की विधि बथुआ रोटी की तरह ही होती है, सिवाय इसके कि पराठा गाढ़ा होता है और घी में लगाकर पकाया जाता है. बथुआ पराठा एक बेहतरीन देसी विंटर ब्रेकफास्ट फूड बनाता है.
-
बथुए का रायता: बथुआ का रायता अन्य सभी सब्जियों के रायते की तरह ही बनता है. इसे उबालकर और बथुआ के पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाया जाता है. फिर इस पेस्ट को नमक, मिर्च और अन्य मसालों और मसालों के साथ फेंटे हुए ताजा दही में मिलाया जा सकता है.
-
बथुआ साग: सरसों और पालक साग की तरह, बथुआ साग एक बेहतरीन सर्दियों का मुख्य व्यंजन है, जिसका आनंद रोटियों, पराठों या चावल के व्यंजनों के साथ लिया जा सकता है.