सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 August, 2021 12:00 PM IST
Lasoda

भारत में कई ऐसे फल हैं, जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं. फल हमारी सेहत के लिए  बहुत लाभकारी होते हैं. आज हम एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. जी हाँ हम बात कर रहे हैं लसोड़ा की. लसोड़ा को हिन्दी में ‘गोंदी’ और ‘निसोरा’ भी कहते हैं. इसके फल सुपारी के बराबर होते हैं. कच्चा लसोड़़ा का साग और आचार भी बनाया जाता है

लसोड़ा फल में प्रोटीन, क्रूड फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फाइबर, आयरन, फॉस्फोरस व कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. लसोड़ा का वृक्ष मध्यम ऊंचाई वाला होता है और इसके फल अकार में छोटा होता है. लसोड़ा हमारी सेहत के लिए कितना लाभकारी होता है यह जानने के लिए पढ़िए इस पूरे लेख को .

लसोड़ा का सेवन करने से मिलने वाले फायदे – (Benefits Of Consuming Lasoda)

1. गले की समस्या - छाल के रस को अधिक मात्रा में लेकर इसे उबाला जाए और काढ़ा बनाकर पिया जाए तो गले की तमाम समस्याएं खत्म हो जाती है. लसोड़े की छाल को पानी में उबालकर छान लें इस पानी से गरारे करने से गले की आवाज खुल जाती है.

प्रदर रोग

लसोड़ा के पत्तों का रस प्रमेह और प्रदर दोनों रोगों के लिए कारगर होता है लसोड़ा की छाल का काढा तैयार कर माहवारी की समस्याओं से परेशान महिला को दिया जाए तो आराम मिलता है.

दांतों का दर्द

लसोड़े की छाल का काढ़ा बनाकर उस काढ़े से कुल्ला करने से दांतों का दर्द दूर होता है.

गले की खराश

अगर खले में खराश या फिर खांसी जैसी समस्या है तो लसोड़े का काढ़ा बनाकर सेवन कर सकती हैं. काढ़ा बनाने के लिए लसोड़े को पानी में उबालकर पी सकती हैं

दाद खाज

दाद, खाज, या फिर खुजली जैसी समस्या से निपटने के लिए लसोड़े के बीज काफी फायदेमंद हैं. इसके लिए लसोड़े के बीज को पीस लें और पेस्ट की तरह खुजली वाले स्थान पर लगाएं

माहवारी

लसोड़ा की छाल का काढ़ा पीने से महिलाओं को माहवारी की समस्याओं में आराम मिलता है.

अतिसार

लसोड़े की छाल को पानी में घिसकर पिलाने से अतिसार ठीक होता है

हैजा (कालरा)

लसोडे़ की छाल को चने की छाल में पीसकर हैजा के रोगी को पिलाने से हैजा रोग में लाभ होता है.

ऐसी ही सेहत से सम्बंधित जानकारी जानने के लिए जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.

English Summary: miraculous benefits of eating lasoda
Published on: 21 August 2021, 07:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now