Weather Update: आज इन 7 राज्यों में होगी बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी, जानें आपके शहर का मौसम पूर्वानुमान! महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट बिजनेस ने सितंबर 2025 में दर्ज की 50% वृद्धि, घरेलू बिक्री 64,946 ट्रैक्टर तक पहुंची एनएचआरडीएफ द्वारा पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन ट्रेनिंग प्रोग्राम का सफल समापन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 25 May, 2019 3:35 PM IST

नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जो भी कर्मचारी कार्यस्थल पर अस्वास्थ्यकर भोजन करने का कार्य करते है ऐसे लोगों मे डायबिटीज और दिल से जुड़ी हुई बीमारियों का खतरा ज्यादा बना रहता है. ऐसे में चिकित्सकों की सलाह है कि कार्यस्थल पर जंक फूड की जगहफास्ट फूड को तरहीज दें. दरअस अस्वास्थयकर भोजन के विकल्प के समय के साथ मोटापे का कारण हन सकते है. इस तथ्य पर जागरूकता को बढ़ाने की जरूरत होती है कि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के चलते कार्यलय में अनुपस्थिति, कम उत्पदकता की बीमारियां झेलनी पड़ती है.

जंक फूड पर डॉक्टर्स की सलाह

पद्मश्री डॉक्टर के के अग्रवाल का कहना है कि जंक फूड को खाने से वसा एकत्र की प्रवृति होने लगती है. जिसके चलते इंसुलिन प्रतिरोध जैसी समस्या होने लगती है.इसका एक प्रमुख कारण है लोगों की आज की बदलती हुई जीवनशैली. आजकल लोग दौड़ते भागते और तेज रफ्तार जीवन के कारण अक्सर लोग सुबह का नाश्ता नहीं करपाते है और दिन के बाकी समय अस्वास्थकर और फाटफट खाने वाले भोजन का सेवन करते है. इससे सेहत को नुकसान भी पहुंचता है.

फास्ट फूड का आप्शन क्या

डॉक्टर का कहना है कि अगर आप जरूरत से ज्यादा फास्ट फूड लेते है तो आपको काफी नुकसान हो सकता है इसीलिए काम के दौरान जंक फूड की जगह फूड जैसे फल, दूध, दही, सलाद, ड्राईफ्रुट, सत्तू, नींबू पानी, गन्ने का रस, शहद लेना चाहिए. लोगों को कैफेटेरिया या कार्यस्थल में फल और ज्यादा सब्जियों का स्टॉक रखना, मिठाई की जगह फलों पर जोर देना चाहिए. डॉ अग्रवाल ने कहा कि किसी को भी जरूरत से ज्यादा भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. छोटे ग्रास बनाकर खाने और उन्हें ठीक से चबाने से स्वाद कलियों के माध्यम से दिमाग को संकेत देते है.

ऐसा खाना लें

1. कम खाएं और धीरे-धीरे खाकर भोजन करें.

2. अपनी आधी थाली फल और सब्जियों से भरें है

3. बड़े कौर न खाएं उनकी वजह से वजन बढ़ सकता है.

4. कम से कम आधा अनाज साबुत होना चाहिए.

5. ट्रांस फैट और अधिक चीनी वाली चीजें न खाएं.

6. खूब पानी पिएं

English Summary: Living at the workplace will eat junk food proves to be very fatal
Published on: 25 May 2019, 03:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now