कुछ ऐसे घरेलू काम-काज होते हैं, जिन्हें गर्भवती महिलाओं के द्वारा करना असुरक्षित होता है. इनमें से कुछ काम उनको बिल्कुल नहीं करने चाहिए और कुछ काम को लेकर हर समय सावधानी बरतनी होती है. आज हम आपको गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बरतनी वाली कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारें में बताएंगे जिन्हें गर्भवती महिलाएं अपनाकर अपने होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकती है. क्योंकि इस अवस्था में उनके द्वारा किया गया हर काम सीधा बच्चे पर असर डालता है.
बता दे कि प्रेगनेंसी में माँ जिस तरह का खाना खाती है. उसका सीधा प्रभाव बच्चे के मानसिक तथा शारीरिक रूप पर पड़ता है. अगर वो इस अवस्था में बाहर का खाना खाती है और शराब, धूम्रपान आदि करती है तो उसका दुष्प्रभाव बच्चे को अपाहिज या किसी गंभीर रोग से पीड़ित कर सकता है.
विशेषज्ञों द्वारा जाँच करने पर पता चला है कि गर्भवती महिलाओं के द्वारा बुरी चीज़ों का सेवन बच्चे के चेहरे को ख़राब कर सकता है. इससे शिशु को फांक होंठ (Cleft lip) और फांक तालु (Cleft palate) की समस्या का शिकार होना पड़ सकता है.
फांक होंठ और फांक तालु एक ऐसी समस्या है. जिसमें बच्चे का ऊपरी होंठ होना एक जन्म दोष होता है. यह समस्या तभी होती है. जब बच्चा पेट में होता है और उसके चेहरे की संरचनाएं विकसित हो रही होती हैं. इस समस्या में बच्चे का होंठ या तालू कटा हो सकता है. जिससे बच्चे के होठों की बनावट ख़राब जाती है और उसकी शक्ल भद्दी हो सकती है. जब होंठ का निर्माण करने वाले ऊतक जन्म से पहले अच्छे से जुड़ नहीं पाते हैं तो उन अजन्मे शिशुओ में कटे होंठ की समस्या आ जाती है. इसकी वजह से ऊपर के होंठ कट जाते हैं या फिर उनमें चीरा लग जाता है. जो कि बच्चे के होंठ से लेकर नाक तक पहुँच जाता है. यह होंठ के दोनों तरफ भी हो सकता है. मुंह की ऊपर सतह को तालू कहा जाता है. कटे तालू में, मुंह का तालू बनाने वाले ऊतक अच्छे से जुड़ नहीं पाते जिस वजह से यह समस्या पनपती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वभर में 17 % नवजात इस समस्या से पीड़ित है. हमारे देश में भी हर साल 30 हज़ार से ज्यादा ऐसे मामले देखने को आए है.