सर्दियों का मौसम है तो ज़ाहिर सी बात है कि रजाई-कंबल ओढ़कर सोना सेहत के लिए जरूरी माना जाता है। अगर आप किसी कारण से मुंह ढककर सर्दियों में सोते हैं तो यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। ऐसा करने से सिरदर्द की समस्या बढ़ती जा रही है। लोगों को ऐसा करने से कई तरह की समस्या जैसे सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आना, सीने में भारीपन लगने की दिक्कत आ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में कमरे को खुला रखना चाहिए।
ब्लोअर, हीटर जलाकर सोने से भी दिक्कत
बंद कमरे में गर्माहट के हीटर, ब्लोअर जलाकर सोने से भी सिरदर्द, चक्कर आना, सांस फूलने जैसे कई समस्या बढ़ती ही जा रही है। इसके लिए कमरे में वेंटिलेशन काफी जरूरी है। इसीलिए कोशिश की जानी चाहिए कि कम से कम बंद कमरों में हीटर को चलाया जाए।
बच्चों को भी हो रही है परेशानी
बाल रोग विभाग के मुताबिक सर्दियों के मौसम में सर्दी, खांसी, कोल्ड डायरिया, बुखार के साथ सिरदर्द की दिकक्तें बच्चों में बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में सर्दियों के मौसम में छोटे बच्चों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है।
गुर्दे और लीवर पर ठंड का हमला
दिल और दिमाग के साथ ही सर्दी का हमला गुर्दे और लीवर पर होने लगा है। ठंड के मौसम में शरीरिक गतिविधियां पहले ही सुस्त रहती है। इसके अलावा आप अगर तला, भुना, मसालेदार खाना खाएंगे तो आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुंचता है। चिकित्सकों के अनुसार सर्दियों में बुजुर्गों की आंते आसानी से सिकुड़ जाती है। इसके अलावा अधिक भारी भोजन आसानी से पच नहीं पाता है। इसके कारण उल्टी और दस्त शुरू हो जाते है। यह स्थिति गुर्दों के लिए काफी गंभीर मानी जाती है।
क्या हैं दिक्कतें -
1. नसें सिकुड़ने की वजह से बल्ड प्रेशर बढ़ रहा है।
2. पेशाब में संक्रमण की समस्या पैदा हो रही है।
3. लीवर की कार्य क्षमता प्रभावित हो रही है।
4. शरीर में कमजोरी, बुखार आना जैसी समस्या हो रही है।
5. सिर व बदन दर्द की समस्या का होना।
क्या ना करेः
सर्दियों के मौसम में सेहत पर काफी ध्यान देना चाहिए इसीलिए सर्दियों के मौसम में क्या नहीं करना चाहिए इन सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. ठंड से बचाव करें।
2. गर्म कपड़ों को पहन कर रखें।
3. बल्ड प्रेशर और शुगर लेवल की जांच करवाएं।
4. एकदम से बाहर न निकलें।
5. गुर्दा रोगी डॉक्टर से सेहत की नियमित जांच जरूर करवाएं।