Real vs Fake Shilajit: शिलाजीत को आयुर्वेद में एक प्रभावशाली औषधि माना जाता है, जो ऊर्जा, शक्ति और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में सहायक होती है. इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण बाजार में नकली शिलाजीत की भी भरमार हो गई है, जिससे लोग ठगी का शिकार हो सकते हैं. ऐसे में असली और नकली शिलाजीत की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है. सही शिलाजीत के सेवन से स्वास्थ्य को लाभ मिलता है, जबकि नकली उत्पाद नुकसान पहुंचा सकते हैं.
आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानते हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे शुद्ध शिलाजीत की पहचान की जा सकती है.
1. पानी में घुलने की जांच
- शिलाजीत को पानी में डालकर उसकी शुद्धता की जांच की जा सकती है.
- असली शिलाजीत पानी में धीरे-धीरे घुल जाता है और उसका रंग बदल देता है.
- नकली शिलाजीत पूरी तरह से नहीं घुलता और तल में जम जाता है.
2. जलने की जांच
- असली शिलाजीत को जलाने पर यह पूरी तरह से नहीं जलता, बल्कि सिर्फ चटकता है.
- नकली शिलाजीत में कई अन्य पदार्थ मिलाए जाते हैं, इसलिए यह जलने पर राख में बदल सकता है.
3. स्वाद और गंध से पहचान
- असली शिलाजीत का स्वाद कड़वा और हल्का मिट्टी जैसा होता है.
- इसकी गंध तेज और मिट्टी या तारकोल जैसी होती है.
- नकली शिलाजीत में कोई विशेष गंध नहीं होती या फिर यह ज्यादा मीठा हो सकता है.
4. गर्म करने पर स्थिति
- अगर शिलाजीत को हाथों में रगड़ा जाए या हल्का गर्म किया जाए तो यह नरम और चिपचिपा हो जाता है.
- ठंडा होने पर यह फिर से कठोर हो जाता है.
- नकली शिलाजीत में यह गुण नहीं पाया जाता.
5. घुलनशीलता की जांच
- असली शिलाजीत अल्कोहल और पानी दोनों में आसानी से घुल जाता है.
- नकली शिलाजीत सिर्फ पानी में ही घुलता है या फिर पूरी तरह से नहीं घुलता.
6. प्रमाणित ब्रांड से ही खरीदें
अगर आप असली शिलाजीत खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा प्रमाणित और विश्वसनीय ब्रांड से ही लें. लोकल बाजार में बिना प्रमाणित उत्पाद खरीदने से बचें.
7. लैब टेस्ट से करें पुष्टि
अगर आप पूरी तरह से सुनिश्चित होना चाहते हैं, तो किसी लैब में जाकर इसकी जांच करवा सकते हैं. प्रयोगशालाओं में इसकी शुद्धता का प्रमाण आसानी से मिल जाता है.