आज का समय ऐसा है कि बड़ों से लेकर बच्चे तक हर कोई किसी न किसी बीमारी का शिकार हो रहा है. कम सोना मुसीबत है तो ज्यादा सोना भी एक बीमारी है. इसलिए हर काम संयम से किया जाए तभी बेहतर है. ऐसे ही आजकल लोगों में हड्डियों सम्बंधित समस्याएं काफी देखने को मिल रही है जिसे हम अंग्रेजी भाषा में ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) कहते है. पहले ये समस्या पुरुषों में अधिक देखने को मिलती थी अब ये समस्या महिलाओं में भी काफी बढ़ रही है.
विशेषज्ञों द्वारा एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह दिल की बीमारियों के बाद विश्व की दूसरी बीमारी है जो काफी ज्यादा मात्रा में लोगों को अपना शिकार बनाती है. यह बीमारी हड्डियों की मजबूती और घनत्व को धीरे -धीरे कम कर उन्हें पूरी तरह खोखला बना देती है. यह हमारी हड्डियों को इतना खोखला बना देती है कि हमें ज्यादा जोर से छींकने की वजह से हमें फ्रैक्चर ( रीढ़ की हड्डी, कलाई व कूल्हे ) हो सकता है.
महिलाएं जन्म से ही बहुत कमजोर होती है. जैसे -जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है तो समय के साथ उनकी हड्डियों (Bones) का द्रव्यमान खत्म होने लगता है. जिस कारण वे इस बीमारी के शिकार होती है. क्योंकि हमारी हड्डियां प्रोटीन, फॉस्फोरस, कैल्शियम से बनी होती है. हमारे ख़राब लाइफस्टाइल और खान -पान की वजह से महिलाओं के शरीर में मिनरल्स की कमी हो जाती है. जिस कारण वे उम्र से पहले ही अपनी खूबसूरती और जवानी दोनों ही खो देती है.
ऐसे करे इसका बचाव :
इस बीमारी से बचने के लिए अपनी डायट में प्रोटीन वाले फूड को शामिल करें. क्योंकि प्रोटीन हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है.
जितना हो सके अपने वजन को नियंत्रित रखे जिससे आपके वजन का ज्यादा प्रेशर आपकी हड्डियों पर न पड़े.
हर माह अपना विटामिन -डी टेस्ट करवाते रहे क्योंकि इसकी कमी हमारे कैल्शियम को अब्सॉर्ब नहीं होने देती है.
अपने दिनचर्या में व्यायम को शामिल करे जितना हो सके ज्यादा भारी वाली वर्कआउट न करे क्योंकि इससे आपकी हड्डियों को क्षति पहुंच सकती है.