मछली का सेवन हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक माना जाता है. इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है. अध्ययनों से पता चला है कि इसके अधिक सेवन से इंसानों की सुनने की क्षमता कम हो जाती है. वैज्ञानिकों के अनुसार, ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर के लीवर और कान से संबंधित श्रवण विकारों में जोखिम उत्पन्न करता है.
क्या होता है ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा -3 फैटी एसिड हमारे शरीर की कोशिका झिल्लियों का एक आवश्यक घटक होता हैं. यह हमारे शरीर के आंखों की रेटिना, मस्तिष्क और खून को बननें में मदद करता है. ओमेगा -3 शरीर की शक्ति को बनाए रखने के लिए कैलोरी भी प्रदान करता है. यह हृदय, रक्त वाहिकाओं, फेफड़े, प्रतिरक्षा प्रणाली और तंत्रिका तंत्र को भी नियंत्रित करता है.
जानें इसके अधिक सेवन का असर
विशेषज्ञों के अनुसार, हमारे शरीर के रक्त में ओमेगा-3 फैटी एसिड डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (डीएचए) के स्तर और सुनने की क्षमता के बीच एक बैलेंस बनाने का काम करता है. नए शोध के अनुसार, उच्च डीएचए वाले मध्यम आयु वर्ग के लोगों में सुनने की क्षमता एक साधारण व्यक्ति की तुलना में 20 से 25 प्रतिशत कम होती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि उच्च डीएचए स्तर हृदय रोग और मस्तिष्क पर भी असर डालता है.
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मछली नियमित आहार के तौर पर खाने से या समुद्री भोजन खाने की हमारे शरीर की कोशिकाओं की काम करने की क्षमता अच्छी होती है, लेकिन इसका लगातार सेवन हमारे लिए घातक भी हो सकता है. इसलिए आप मछली या फिर समुद्री भोजन को अपने खान पान में एक निर्धारित मात्रा में ही सेवन करें.