कंप्यूटर के इस दौर में इंसान धीरे-धीरे व्यायाम से दूर चला जा रहा है. हर कोई अपने जीवन में व्यस्त है. ऑफिस में लगातार बैठकर कंप्यूटर पर काम करने की वजह से अगर आपका शरीर भी अकड़ा हुआ सा रहता है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है. लगातार कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन पर लगे रहने की वजह से कंधों और गर्दन में दर्द की शिकायत रहती है तो आपको सर्वाइकल की समस्या हो सकती है. इसका तुरंत उपाय तलाशना जरूरी है. क्या हैं सर्वाइकल के लक्षण और कैस इससे खुद को बचाएं बताते हैं जानिए.
Symptoms of Cervical: सर्वाइकल के क्या है लक्षण?
कंधे और गर्दन की मांसपेशियों में जकड़न के साथ दर्द की शिकायत के अलावा सर्वाइकल के कई लक्षण हो सकते हैं. क्योंकि कंधे में दर्द की कोई और वजह भी हो सकती है, इसलिए सर्वाइकल के कुछ मुख्य लक्षणों के बारे में जानते हैं.
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गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में जकड़न और खिंचाव होना.
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कंधों के साथ ही सिर के एक हिस्से में दर्द होना.
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हाथों, पैरों और पंजों में सुन्नपन सा महसूस होना.
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कई लोगों में सर्वाइकल की वजह से कमर में भी दर्द रहता है.
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दर्द की वजह से वजन उठाने में दिक्कत रहती है.
अगर आपको ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, उचित व्यायाम (Work Out) शुरू कर दें.
Cervical Treatment: सर्वाइकल का क्या है उपचार?
वैसे तो कई वजह से कमर, गर्दन और कंधों में दर्द हो सकता है. अगर आपको लगता है कि ये सर्वाइकल है तो तुरंत इलाज करा लें, समस्या गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह भी दे सकता है. इसके इलाज के लिए आप फिजिकल थैरेपी का सहारा ले सकते हैं. शॉल्डर इमोबिलाइजर यानी कंधे को स्थिर रखने वाले उपकरणों का उपयोग भी किया जा सकता है. इसके अलावा आपको डॉक्टर नॉनस्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवाएं या कॉर्टिकोस्टेरॉइड आदि लेने की भी सलाह दे सकते हैं. एक बार अच्छे डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
सर्वाइकल से बचने के लिए क्या करें?
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कंप्यूटर पर काम करते समय लंबे समय तक एक ही पोश्चर में ना बैठें.
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घर से काम (Work from Home) के दौरान भी काम करते समय थोड़ा-थोड़ा गेप लेकर टेहलें या हल्की एक्सरसाइज (व्यायाम) करें.
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सुबह या शाम के समय गर्दन की एक्सरसाइज (Work Out) के लिए समय जरूर निकालें.
सर्वाइकल के घरेलू उपचार
- हल्दी (Turmeric) का सेवन– जिन लोगों को सर्वाइकल की दिक्कत है उनके लिए हल्दी एक वरदान की तरह है. क्योंकि इसमें प्राकृतिक गुण हड्डियों (Bones) को मजबूत करते हैं और दर्द (Pain) को दूर करने में भी सहायक होते हैं. सर्वाइकल पेन से छुटकारा पाने के लिए रोजाना हल्दी वाला दूध पिएं. इसके लिए एक गिलास दूध में एक चम्मच से थोड़ी कम हल्दी डालकर दूध उबाल लें. दूध थोड़ ठंडा होने पर रात के समय इसका सेवन करें
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हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाना खाएं.
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तिल (Sesame) का सेवन- सर्वाइकल की समस्या को दूर करने के लिए तिल फायदेमंद रहते हैं. क्योंकि इसमें कैल्शियम, जिंक, विटामिन डी, कॉपर और पोटैशियम जैसे तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत करते हैं.
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लहसुन (Garlic)– सर्वाइकल पेन के लिए लहसुन बहुत फायदेमंद है, क्योंकि लहसुन नसों को खोलता है. इसमें ऐसे औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो दर्द और सूजन से निजात दिलाते हैं. सर्वाइकल के पेन खत्म करने के लिए दो लेहसुन की कलिया सुबह खाली पेट खाना सही रहता है. इसके अलावा सरसों के तेल में 3 से 4 लहसुन की कलियां मिलाकर भून लें और इसकी मालिश करें.
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गर्दन और दर्द वाली जगह को सेक लगाएं– सर्वाइकल के दर्द में आराम पाने के लिए एक बर्तन में पानी उबाल लें. इसमें थोड़ा नमक डाला जा सकता है. पानी त्वचा की सहन ताकत तक थोड़ा ठंडा हो जाए तो बोतल में भरकर गर्दन को सेक लें.