अपराजिता (Clitoria ternatea) एक ऐसा अद्भुत पौधा है, जो अपनी खूबसूरती के साथ-साथ औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है. इसके नीले फूल सिर्फ बगीचों की शोभा नहीं बढ़ाते, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं. आयुर्वेद से लेकर आधुनिक चिकित्सा तक, अपराजिता को दर्द निवारण, पाचन सुधार, मानसिक शक्ति बढ़ाने और यहां तक कि कैंसर रोधी गुणों के लिए उपयोग किया जाता है. इसकी ‘ब्लू टी’ उच्च रक्तचाप में राहत देती है और इसकी पत्तियों से बने अर्क कई बीमारियों में लाभकारी हैं.
आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, अपराजिता के पौधे को क्यों कहा जा रहा है प्राकृतिक औषधियों का खजाना.
बगीचे की शोभा और सेहत का खजाना
अपराजिता का सुंदर नीला फूल देखने में जितना आकर्षक है, इसके फायदे उससे कहीं ज़्यादा प्रभावशाली हैं. इसके फूलों, पत्तियों और बीजों में मौजूद औषधीय यौगिक शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं. यही कारण है कि आज इसे बगीचों, घरों, कार्यालयों और यहां तक कि सार्वजनिक स्थलों पर भी सजावटी और औषधीय उपयोग के लिए लगाया जा रहा है.
दर्द से राहत का प्राकृतिक तरीका
आजकल के जीवन में दर्द आम हो गया है, चाहे वो मांसपेशियों का हो, सिर का या जोड़ों का. अपराजिता की पत्तियों से तैयार मेथनॉल अर्क में प्राकृतिक दर्द निवारक तत्व मौजूद होते हैं. यह सूजन को कम करता है और दर्द में त्वरित राहत प्रदान करता है, जिससे यह एक प्राकृतिक पेन किलर के रूप में लोकप्रिय हो रहा है.
पेट की गड़बड़ियों में असरदार
पाचन तंत्र की गड़बड़ियां जैसे कब्ज, अपच और गैस आम समस्याएं हैं. अपराजिता की पत्तियों का अर्क आंतों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाकर इन समस्याओं से निजात दिलाने में सहायक होता है. इसका सेवन पाचन प्रक्रिया को सक्रिय करता है और पेट को हल्का बनाए रखता है.
कैंसर से लड़ने की क्षमता
खबरों के अनुसार, अपराजिता के बीज और फूलों में पाए जाने वाले लिनोलेइक और फाइटामिक एसिड जैसे यौगिक कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में सक्षम हैं. HEp-2 मानव कार्सिनोमा कोशिकाओं पर हुए परीक्षणों में पाया गया है कि ये यौगिक कैंसर कोशिकाओं की जीवन शक्ति को कम कर देते हैं. यह संभावित रूप से अपराजिता को कैंसर उपचार के सहायक उपाय के रूप में स्थापित करता है.
हाई ब्लड प्रेशर को करे कंट्रोल
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर से परेशान हैं तो अपराजिता से बनी “ब्लू टी” आपके लिए वरदान हो सकती है. यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है और रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाती है. इसके नियमित सेवन से रक्त प्रवाह बेहतर होता है और दिल से जुड़ी समस्याएं दूर रहने की संभावना बढ़ जाती है.
दिमाग को बनाएं तेज और एकाग्र
अपराजिता का उपयोग मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी किया जा रहा है. आयुर्वेद में इसका विशेष रूप से प्रयोग “मेधा रसायन” नामक मिश्रण के रूप में किया जाता है, जिसमें गुड़ और अपराजिता के पौधे का बराबर मात्रा में मिश्रण होता है. यह मस्तिष्क को तनाव से बचाकर स्मरण शक्ति, एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता को बेहतर बनाता है.
कैसे करें इसका सेवन?
- ब्लू टी: अपराजिता के सूखे फूलों से बनी हर्बल चाय. सुबह-सुबह एक कप ब्लू टी शरीर को डिटॉक्स करती है और दिनभर तरोताजा बनाए रखती है.
- पत्तियों का अर्क: दर्द और पाचन संबंधी समस्याओं में इस्तेमाल होता है.
- मेधा रसायन: मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने के लिए गुड़ के साथ इसका मिश्रण लाभकारी है.