दूध पीना सभी की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें काफी सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए ये काफी जल्दी पच भी जाता है. साथ ही इसमें कई विटामिन और मिनरल भी होते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि जो दूध आप सेहत बनाने के लिए पी रहे हैं, वो आपकी सेहत पर क्या असर डाल रहा है?
वैसे आजकल बाजार में कई तरह का दूध बिकता है जैसे- टोंड, डबल टोंड, स्किम्ड, फ्लेवर्ड आदि. आज के समय में सभी लोग टोंड दूध का ज़्यादा उपयोग कर रहे हैं, जो गाय के दूध जैसा ही होता है. बता दें कि भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के अन्य भागों में इसका उत्पादन और खपत की जाती है इसलिए आज हम अपने इस लेख में टोंड मिल्क और उसे पीने के फायदे बताने जा रहे हैं.
क्या है टोंड मिल्क (Toned Milk)
इसको स्किम दूध और पानी को भैंस के दूध के साथ मिलाकर बनाया जाता है. सबसे पहले भैंस के दूध को स्किम दूध और पानी के साथ गर्म किया जाता है. इससे फैट की मात्रा घट जाती है, लेकिन इसमें कैल्शियम और प्रोटीन जैसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व बने रहते हैं. इस दूध को पीने के कई फायदे होते हैं.
घटाए शरीर का वज़न
अगर आप वज़न बढ़ने के डर से फुल क्रीम दूध का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, तो टोंड दूध आपके लिए बेहतर रहेगा क्योंकि इसमें आधा फैट होता है. यह आपके भोजन में कैलोरी की मात्रा को अधिक नहीं बढ़ाता है.
ब्लड प्रेशर को कम करना
इस दूध को पीने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, साथ ही उच्च रक्तचाप होने का खतरा भी कम रहता है. इसमें व्हे (whey) प्रोटीन होता है, जो एंजियोटेन्सिन कनवर्टिंग एंज़ाइम (ACE) के कार्यों को रोकने में मदद करता है.
दांतों को बनाए चमकदार
इसमें कैल्शियम काफी मात्रा में होता है, जो हमारे दांतों के लिए लाभदायक है, खासतौर पर छोटे बच्चों के लिए. साथ ही दांतों को सफेद और चमकदार बनाने में मदद करता है. इस दूध में विटामिन डी खूब पाया जता है.
आपको बता दें कि दुनिया में अधिकांश गाय का दूध मिलता है, तो वहीं भैंस का दूध दूसरे नंबर पर है. गाय और भैंस के दूध से प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन-बी की मात्रा मिलती है. इसके अलावा फुल क्रीम भैंस के दूध से पनीर और घी बनाने में भी आसानी होती है. टोंड मिल्क को गाय और भैंस के दूध को मिलाकर बनाया जाता है, जिससे दूध में शर्करा और प्रोटीन समेत लगभग 3% फैट और उससे बनने वाले प्रोडक्ट में फैट की मात्रा लगभग 8.5 % तक बनी रहे.