केले की पत्तियों का इस्तेमाल पूजा-पाठ के लिए किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें भारी मात्रा में पॉलीफेनॉल पाया जाता है, जो एक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स हैं, जो शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करता है. केले का उपयोग बहुत प्रकार की दवाओं को बनाने में किया जाता है. यह डीजेनरेटिव बीमारियां जैसे एथेरोस्क्लेरोसिस, अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे रोगों के ईलाज क लिए उपयोग किया जाता है. इसके अलावा यह एंटी-ऑक्सीडेंट्स के रुप में चेहरे की झुर्रियां और डार्क व डल स्किन के लिए फायदेमंद होता है. ऐसे में हम आज आपको इससे जुड़े कुछ खास गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं.
मजबूत इम्यून सिस्टम
केले के पत्तों में एलेन्टॉइन मौजूद होता है जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. इसके पत्ते को उबालकर काढ़े के रुप में सेवन किया जाता है, जो शरीर के रोगाणुओं को खत्म कर देता है. केले के पत्ते गले की खराश, तेज बुखार के इलाज के लिए भी उपयोगी होता है. इसके पत्तों को आप दिन के समय में चाय के तौर पर भी सेवन कर सकते हैं.
आंतो के सूजन का इलाज
अगर आपके आंतों में सूजन है, तो इसमें होने वाली ब्लीडिंग को रोकने के केले के पत्ते का काढ़ा बनाकर दिन में कम से कम दो बार सेवन जरुर करें. इससे कुछ दिनों में आपको इस रोग से छुटकारा मिल जाएगा. यह काढ़ा पेट के दर्द को सही करने में भी कारगर होता है.
त्वचा को स्वस्थ रखे
चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए आप भी केले के पत्तों का उपयोग जरुर करें. आप केले के पत्ते को पीसकर इसका लेप अपनी त्वचा पर लगा ले और कुछ समय बाद पानी से धो लें. इससे आपकी त्वचा में एक निखार आएगा. इसमें मौजूद एलेन्टॉइन और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा के बढ़ती उम्र को ताजगी प्रदान करता है. इसके साथ ही यह त्वचा की जलन, मुँहासे और पिम्पल्स को भी खत्म करने में मदद करता है.
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झड़ते बालों का इलाज
क्या आपको पता है कि बालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी केले के पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है. आप इसके पत्ते को जलाकर इसकी राख का घोल बनाकर बालों में लगाएं, इससे बालों में लगने वाले डैंड्रफ के साथ-साथ खुजली भी खत्म हो जाएगी. यह तरीका आप सप्ताह में एक दो बार अपना सकते हैं.