अर्जुन के प्रयोग आयुर्वेद में बताए गए है. इसमें कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते है. अर्जुन के पेड़, फल, पत्तियों और जड़ों का प्रयोग कई बीमारियों के उपचार के लिये किया जाता है. औषधि के तौर पर इसकी छाल, पेड़ से मिलने वाले गूदे, पत्तियों और फलों का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिसमें सबसे ज्यादा लाभकारी इस पेड़ की छाल मानी जाती है. इस छाल के इस्तेमाल से ह्रदय सम्बन्धी बीमारियों, टीबी आदि के उपचार के साथ ही कान दर्द, सूजन, बुखार का उपचार करने में भी किया जाता है.
अर्जुन छाल की चाय एक ऐसी हर्बल चाय है जो सभी प्रकार की बीमारियों से बचाव करने में मदद करती हैं. इस लेख में अर्जुन की छाल की चाय के फायदों के बारे में पढ़ें साथ ही जानें अर्जुन छाल की चाय बनाने की विधि
अर्जुन छाल की चाय बनाने के लिए उपयुक्त सामग्री (Ingredients For Making Arjuna Bark Tea)
अर्जुन की छाल का पाउडर – 10 ग्राम
पुनर्नवा
दालचीनी
छोटी इलाइची
उबला और ठंडा दूध 80 मिलीलीटर
पानी- 320 मिलीलीटर
अर्जुन छाल की चाय बनाने की विधि (Arjun Bark Tea Recipe)
- सबसे पहले एक पैन लें उसमे अर्जुन की छाल का चूर्ण लें और उसमें दूध डाल लें.
- इसके बाद इस पैन में 320 मिलीलीटर पानी डाल दें.
- इसके बाद इसमें दालचीनी , छोटी इलायची ऊपर से डाल दें
- इसे धीमी आंच पर उबलने रख दें.
- इसे धीरे-धीरे करछी से चलाते रहें.
- इसे तब तक उबालें जब तक चाय की मात्रा आधी ना रह जाए.
- इसके बाद इसे साफ़ सूती कपड़े से छान लें.
अर्जुन छाल की चाय पीने के फायदे (Benefits Of Drinking Arjun Bark Tea)
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इसमें प्राकृतिक पोषक तत्व पाए जाते है, जो हृदय के लिए लाभकारी है.
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इससे शरीर में कोलेस्ट्राल की मात्रा संतुलित रहती है.
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हृदय की पम्पिंग क्षमता बेहतर होती है.
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दालचीनी और इलाइची का स्वाद लिए हुए यह बहुत ही स्वादिष्ट होती है.
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