सेब खाना किसे पसंद नहीं है, लगभग हर तरह की बीमारी में डॉक्टरों का पहला सुझाव यही होता है कि आपको सेब खाना चाहिए. अंग्रेजी में तो कहावत भी है कि हर दिन एक सेब खाने का मतलब बीमारियों को दूर भगाना है. वैसे क्या आपको पता है कि दुनियभर में सेब की कुल 7,500 से अधिक किस्में हैं, विज्ञानिकों का मानना है कि अभी और भी किस्मों को पता लगाया जा सकता है.
इतना ही नहीं विशेषज्ञ आज भी इसकी नई-नई किस्मों को लेकर तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि जहां एक तरफ नई किस्मों की खोज हो रही है वहीं पुराने किस्मों पर संकट मंडरा रहा है. इसी बात का प्रमाण है कि लाल सेब आज बाजार से विलुप्त होते जा रहे हैं.
लोकप्रिय है लाल सेब
सेबों में सबसे अधिक लोकप्रिय लाल सेब को माना जाता है. लेकिन दु:ख की बात भी यही है कि आज लाल सेबों के उत्पादन में गिरावट आ रही है. वे तेजी से अपना अस्तित्व खो रहे हैं. जिसका एक कारण बढ़ता हुआ प्रदूषण और बदलती जलवायु है.
लाल सेबों का इतिहास
लाल सेबों के बारे में कई तरह की धारणाएं हैं. इतिहासकारों का भी अपना-अपना मत है. हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना यही है कि ये मध्य एशियाई पहाड़ी क्षेत्रों से भारत आए होंगे. इन सेबों का मूल निवास वहीं कहीं रहा होगा. आज भारत के अलावा इस तरह के सेब चीन, नेपाल आदि देशों में भी पाए जाते हैं.
इसलिए गायब हो रहा है लाल सेब
दुनियाभर में लाल सेबों का उत्पादन इसलिए भी कम हो रहा है क्योंकि इनके जीन से लगातार छेड़छाड़
की जा रही है. नई किस्मों को उगाने के चक्कर में इसके मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं.
लाल सेबों की है खास मांग
पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण लाल सेबों की मांग भी बनी रहती है. हर तरह की शारारिक एवं मानसिक कमजोरी को दूर करने में भी इसका कोई जवाब नहीं है. हर डॉक्टर इन सेबों को खाने की सलाह देता है. आम सेबों के मुकाबले इसमें अधिक रेशे होते हैं. इसमें सबसे ज्यादा फाइबर भी पाया जाता है. पाचन की समस्या है तो लाल सेब का सेवन आपके लिए फायदेमंद है. इसके अलावा ये अच्छे एंटी ओक्सिडेंट के स्रोत हैं. मधुमेह, कैंसर, और दिमाग से सम्बंधित परेशानियों को दूर करने में भी लाल सेब सबसे आगे हैं. अगर आपको एनीमिया यानी आयरन की कमी की शिकायत है तो लाल सेब से अच्छा कुछ भी नहीं है.