नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 14 February, 2023 12:00 AM IST
ऐसे करें मोगरे की खेती

भारत में मोगरा काफी लोकप्रिय फूल है. महिलाएं इसका इस्तेमाल गजरे से अपने बालों को सजाने के लिए करती हैं. फूल की महक इतनी लाजबाव होती है कि इसका इस्तेमाल सुगंधित अगरबत्ती बनाने में भी होता है. अनोखी खुशबू के अलावामोगरे का फूल कई औषधीय गुणों से भी भरपूर है. इसके जरिए त्वचा और बालों से जुड़ी कई परेशानियों को खत्म किया जा सकता है. यह एक नेचुरल डियोड्रेंट है. इसे नारियल के तेल के साथ इस्तेमाल करने से ड्राई स्कीन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है. इसके 10-15 फूलों को रात भर पानी में भिगोकरबाल धोने से बाल मुलायम और मजबूत होते हैं. इतने सारे गुण होने की वजह से मोगरा की डिमांग काफी है. तभी इसकी खेती करने में भी मुनाफा है. 

मोगरे के लिए उपयुक्त मौसम 

मोगरे में गर्मियों में सबसे ज्यादा फूल लगते हैं. इसके लिए मार्च से लेकर जुलाई तक का महीना सबसे अच्छा है जैसे-जैसे बारिश बढ़ती जाती हैइसमें फूल कम होते जाते हैं इसके अलावा ध्यान रहे कि मोगरे के लिए हर दिन दो-तीन घंटे की धूप बहुत जरूरी है. 

कैसे तैयार करें मिट्टी 

मोगरे को गमले में लगाने के लिए कम से कम 12 इंच का गमला होना चाहिएसॉइल मिक्सिंग के तौर परइसमें 80% बगीचे की मिट्टी और 20% वर्मी कम्पोस्ट या पुरानी गोबर की खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है. मिट्टी ज्यादा कड़ी न होनहीं तो पौधों को बढ़ने में दिक्कत होती है साथ हीगमले के निचले हिस्से में एक छोटा से छेद करड्रेनेज सिस्टम को भी मजबूत करें नहीं तो बारिश के दिनों में गमले में अधिक पानी जमा होने लगेगा और इससे पौधे की जड़ें गलने लगेगी. 

प्लास्टिक के गमले में कभी न लगाएं मोगरा 

जब किसी पौधे पर 5-6 घंटे धूप लगेगी तो प्लास्टिक से हीट जनरेट होगीजरूरत से ज्यादा हीट मिलने से उसकी जड़ें खराब होंगी और पौधा सूखने लगेगाइसलिए या तो मिट्टी के गमले में लगाएं या फिर सीमेंट के गमले में लगाएं.  

ऐसे करें देखभाल 

मोगरे को साल में बार खाद देंमार्च के पहले हफ्ते मेंफिर करीब डेढ़ महीने के बाद अप्रैल में और आखिरी बार जून मेंजब पौधा 1-2 साल पुराना हो जाएतो उसमें बढ़ रही टहनियों को काट दें,  इससे पौधे में अधिक फूल आएंगे. 

ये भी पढ़ेंः कमल, केसर, बेला, गुलाब और गेंदा की खेती आपको रखेगी मन और धन से सुखी, जानें बढ़िया उपज की विधि

सिंचाई

मोगरे में दोनों टाइम पानी देना अच्छा रहेगावहींसर्दियों में एक-एक दिन छोड़कर पानी देना भी काफी फायदेमंद होता है बारिश के दिनों में गमले में अधिक पानी होने से बचाना जरूरी है.

English Summary: Mogra can also make farmers rich, in this way many flowers will come
Published on: 14 February 2023, 11:08 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now