Mango Crop Management: आम का मौसम न केवल प्रकृति प्रेमियों के लिए उत्साह लेकर आता है, बल्कि किसानों के लिए एक नई उम्मीद और संभावनाओं का संदेश भी लाता है. आम में मंजर (फूल) आने का समय पेड़ों के सही प्रबंधन और रोग-कीट नियंत्रण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है. आम के मंजर आने से पहले और बाद की देखभाल से न केवल उपज बढ़ाई जा सकती है, बल्कि फलों की गुणवत्ता में भी सुधार किया जा सकता है.
मंजर आने के लिए अनुकूल मौसम
आम में मंजर आने की प्रक्रिया मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करती है. मंजर आने के लिए आदर्श दिन का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस और रात का 15 डिग्री सेल्सियस होता है, जबकि अधिक गर्मी या अधिक ठंड दोनों मंजर को प्रभावित कर सकती है. मंजर के समय वर्षा या कोहरा परागण में बाधा डालते हैं और फलों के सेट होने की संभावना कम हो जाती है.
मंजर के लिए बाग की तैयारी
1. मिट्टी की तैयारी और सफाई
मंजर आने से पहले बाग की सफाई अत्यंत आवश्यक है. दिसंबर-जनवरी में बाग के आसपास की मिट्टी में क्लोरपायरीफास 1.5 डी धूल (250 ग्राम/पेड़) का छिड़काव करें. यह प्रक्रिया मीली बग (गुजिया कीट) को नियंत्रित करने में सहायक होती है.
2. तनों की सुरक्षा
मीली बग को पेड़ पर चढ़ने से रोकने के लिए मुख्य तने के चारों ओर एल्काथीन की पट्टी (45 सेमी चौड़ी) लगाकर सुतली से बांध दें तथा इस पर ग्रीस लगा देने से मिली बग पेड़ पर नहीं चढ़ पाता है.
3. कीट प्रबंधन
यदि कीट पेड़ पर चढ़ गए हों, तो डाएमेथोएट 30 ईसी या क्विनाल्फोस 25 ईसी (1.5 मिली/लीटर पानी) का छिड़काव करें. यह छिड़काव पेड़ के मुख्य तने की दरारों में भी करना चाहिए क्योंकि इन दरारों में हॉपर के कीट छुपे हुए रहते है.
परागण और उपज बढ़ाने के उपाय
आम के बाग में मधुमक्खियों की मौजूदगी से परागण बेहतर होता है, जिससे फल लगने की संभावना बढ़ती है. मधुमक्खी के बक्सों को बाग में रखना अत्यंत लाभकारी रहेगा.
भुनगा (हॉपर) कीट प्रबंधन
भुनगा कीट मंजर के रस को चूसकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं. इन कीटों को नियंत्रित करने के लिए, इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल (1 मिली/2 लीटर पानी) का छिड़काव करें. यह छिड़काव पत्तियों के साथ साथ मुख्य तने की दरारों पर भी करना चाहिए. यह छिड़काव फूल खिलने से कम से कम दस दिन पहले करें ताकि मधुमक्खियों को किसी प्रकार का नुकसान न हो.
रोग प्रबंधन
1. पाउडरी मिल्ड्यू (खर्रा रोग): मंजर आने से पहले घुलनशील गंधक (2 ग्राम/लीटर पानी) का छिड़काव करें. फल लगने के बाद हेक्साकोनाजोल (1 मिली/लीटर पानी) का छिड़काव करें.
2. गुम्मा रोग प्रबंधन
- गुम्मा रोग से प्रभावित मंजर को काटकर हटा देना चाहिए.
- टिकोलो (छोटे फल) को गिरने से रोकना
- छोटे फलों को गिरने से रोकने के लिए प्लेनोफिक्स (1 मिली/3 लीटर पानी) का छिड़काव करें.
सिंचाई प्रबंधन
- मंजर आने के समय सिंचाई न करें, अन्यथा फूल झड़ सकते हैं.
- जब फल मटर के दाने के आकार के हो जाएं, तभी सिंचाई प्रारंभ करें.
अन्य कीट और रोग प्रबंधन
1. फल मक्खी
मिथाइल यूजीनॉल फेरोमन ट्रैप (10 ट्रैप/हेक्टेयर) का उपयोग करें. जिसकी तैयारी अभी से करके रख ले. फल लगने के 45 से 60 दिन के अंदर इसे बाग में लगा दें.
2. तना छेदक और पत्ती काटने वाले कीट
- क्विनालफोस 25 ईसी (2 मिली/लीटर पानी) का छिड़काव करें.
3. बोरॉन की कमी से बचाव
यदि फल का निचला हिस्सा काला पड़ने लगे या फटने की समस्या हो पूर्व में बाग में रही हो तो बोरेक्स (10 ग्राम/लीटर पानी) का छिड़काव अप्रैल के अंत में करें.
आम की उपज बढ़ाने के सुझाव
- पेड़ों की छंटाई करें ताकि सूर्य का प्रकाश जमीन तक पहुंचे.
- बाग में नियमित सफाई और रोग-कीट नियंत्रण सुनिश्चित करें.
- पौधों की पोषण आवश्यकताओं का ध्यान रखें.