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Updated on: 6 December, 2019 12:00 AM IST

बाज़ार में वैसे तो किन्नू दिखाई देना शुरू हो गया है लेकिन अभी भी बागों में कई जगह इसकी फसल तैयार हो रही है. जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, वैसे-वैसे किन्नू के बागों की देख-भाल की ज़रूरत बढ़ने लगती है. अगर समय रहते बागवान अपनी किन्नू की फसल पर ध्यान नहीं दे तो उन्हें इसका भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है ! ऐसा इसलिए क्योंकि, सही देख-रेख के अभाव में कई तरह की समस्याएँ आ सकती हैं. कहीं पेड़ों में तो कहीं फूल आने पर और या फिर फल लगने के बाद भी कई रोग फसल में लग सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको इसी संबंध में ये बताने जा रहें हैं कि किस तरह और कितनी मात्रा में सही समय पर किन्नू के बागों में बागवान खाद दें जिससे की किन्नू के बाग में कोई समस्या न हों-

पहले वर्ष के पौधे

आपको बता दें कि जिन पौधों को एक साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 5 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 100 ग्राम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 250 ग्राम पोटाश, 125 ग्राम उत्तम यूरिया और 35 ग्राम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

दूसरे वर्ष के पौधे

जिन पौधों को दो साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 10 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 150 ग्राम उत्तम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 350 ग्राम पोटाश, 250 ग्राम यूरिया और 70 ग्राम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

तीसरे वर्ष के पौधे

जिन पौधों को तीन साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 15 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 200 ग्राम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 500 ग्राम पोटाश, 250 ग्राम यूरिया और 400 ग्राम उत्तम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

चौथे वर्ष के पौधे

जिन पौधों को चार साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 20 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 250 ग्राम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 750 ग्राम उत्तम पोटाश, 350 ग्राम यूरिया और 650 ग्राम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

पाँचवें वर्ष के पौधे

जिन पौधों को पाँच साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 25 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 300 ग्राम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 850 ग्राम पोटाश, 500 ग्राम यूरिया और 1000 ग्राम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

छठे वर्ष के पौधे

जिन पौधों को 6 साल हो चुका है, ऐसे किन्नू के हर एक पौधे में 30 किलो वर्मी कम्पोस्ट, 400 ग्राम उत्तम सिंगल सुपर फ़ॉस्फ़ेट, 1000 ग्राम उत्तम पोटाश, 500 ग्राम उत्तम वीरयूरिया और 1250 से लेकर लगभग 1500 ग्राम तक उत्तम ज़िंक सल्फ़ेट दें.

English Summary: how to use fertilizers in kinnow farming
Published on: 06 December 2019, 03:55 IST

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