यह वर्ष हम सभी के लिए मानसिक चुनौतियों से भरा रहा है. वैश्विक महामारी के बाद बेरोजगारी अपने उच्चतम स्तर पर है. बार-बार राजनीतिक आंदोलनों से लोगों में चिंताएं हैं. लोगों में सकारात्मकता का संचार करने के लिए हम लगातार हमारी वेबसाइट कृषि जागरण पर आपके काम के आर्टिकल पब्लिश करते रहते हैं. इसी कड़ी में आज हम बागवानी करने से होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभों के बारे में बताएंगे.
बागवानी करने से तनाव होगा कम
तनाव एक नकारात्मक भावना है. प्रत्येक व्यक्ति चाहे वो किसी भी वर्ग या उम्र का हो, अनावश्यक रूप से तनाव महसूस करता है. 75% लोगों ने माना है कि तनाव की वजह से उनका शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हुआ है. मानसिक रूप से आपका तनाव चिंता और अवसाद का कारण बन सकता है.
बढ़ेगी रोग-प्रतिरोधक क्षमता
बागीचे की निराई, गुराई यानी मिट्टी के साथ संपर्क आपकी इम्यूनिटी बूस्ट करता है. बागवानी आपके शरीर में न्यूट्रोफिल, श्वेत रक्त कणिकाओं (डब्ल्यूबीसी) का उत्पादन करने में मदद करती है. डब्ल्यूबीसी जन्मजात शारीरिक प्रतिक्षा प्रणाली का हिस्सा होती हैं और शरीरी पर प्रतिघात करने वाले माइक्रोबियल से रक्षा करती हैं. ये कणिकाएं उस तरह के बायोफाइटर्स हैं जो आप अपने शरीर में चाहते हैं.
भूत-भविष्य को छोड़ रहोगे वर्तमान में
आपके लिए उस पल में जीना में मुश्किल हो सकता है जब आप दुनिया में चल रही समस्याओं के बारे में लगातार चिंता कर रहे हों. सोशल मीडिया पर लगातार खबरों के मकड़जाल के साथ मानसिक शांति को प्राप्त करना और भी कठिन हो जाता है. बागवानी में समय देकर आप फल-सब्जी-फूल प्राप्त करेंगे. आपके संबंध मधूर होंगे, अच्छी नींद ले सकेंगे और एकाग्रता बढ़ेगी.
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अपने उद्देश्यों पर रहेगा ध्यान
बागवानी आपके जीवन में स्वयं के उद्देश्यों को प्राथमिकता से समझने और उन पर विचार करने में सहायक होगी. अब आप हर सुबह उठने के लिए नहीं जी रहे हैं, बल्कि आपके पास देखभाल करने, पोषण करने के लिए और इन्हें बढाने के लिए आपके पास पौधे हैं. बागवानी के बाद, आप ऐसे परिणाम देखेंगे जो निश्चित रूप से आपको गर्व और उपलब्धि की भावना से भर देंगे. ये भावना फील गुड हार्मोन जैसे डोपामाइन और सेरोटोनिन को बढ़ाएंगी.
बनेंगे सदाबहार दोस्त
बागवानी से आपको दुनिया के साथ फिर से जुड़ने का मौका मिलेगा. पिछली बार कब आप बाहर बैठे हैं और आपने कैसा महसूस किया, धूप की किरणें आपकी त्वचा पर कैसे नाच रही हैं या आपके हाथों ने पत्ते की बनावट को महसूस किया. किसी प्रोजेक्ट या शौक के बारे में सार्थक बातचीत किए हुए आपको कितना समय हो गया है, यह सब आपको निश्चित रूप से याद रहेगा.बागवानी समुदायों और लोगों को जोड़ने में मदद करती है.