PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 17 March, 2020 12:00 AM IST
फल वाले पेड़ों की खेती

हमारा आज का यह लेख ख़ास बागवानों और उन किसानों के लिए है जिन्होंने फल वाले पेड़ों की खेती की है या बाग लगाए हैं. इस समय बहुत से ऐसे फल के पेड़ होंगे जिनमें फूल आ चुके हैं या आने वाले हैं. इस खास अवस्था के लिए बागवानों को सचेत रहना चाहिए और जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए.

विशेषज्ञों की मानें तो बागवानों (gardeners) और किसानों  (farmers) को इस अवस्था में (फूल आने के बाद) किसी भी तरह का रासायनिक छिड़काव (chemical spray) नहीं करना चाहिए. अगर बागवान फूल आने के बाद किसी भी रसायन का छिड़काव करते हैं, तो इससे फसल पर घातक प्रभाव पड़ सकता है. ऐसा करने पर फूल झड़ सकते हैं और अगर फूल ही नहीं रहेंगे, तो फल भी नहीं बन पाएंगे.

इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है. अब किसान या बागवान इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि फल न बनने से उत्पादन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा. वहीं अगर उत्पादन कम हुआ तो बागवानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है. 

इसके साथ ही ऐसे बागवान जिन्होंने दिसंबर से लेकर जनवरी तक के बीच अभी तक बागों में सड़ी गोबर की खाद और उर्वरक (fertilizer) नहीं डाला है, वे इस समय इसे जरूर डाल दें. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में हुई बारिश की वजह से सभी खेतों और बागों में अच्छी नमी बन चुकी है. 

यह खबर भी पढ़ें : Rajma ki Kheti 2022: राजमा की खेती कर कमाएं मोटा मुनाफा, जानिए संपूर्ण जानकारी

मार्च में होने वाले कृषि कार्यों (march farming) में यह कार्य भी किसान ज़रूर करें.

ऐसी ही कृषि सम्बंधित जानकारियां पाने के लिए जुड़ें रहे कृषि जागरण हिंदी के साथ...

English Summary: farmers advised not to spray chemicals while flowering in fruit trees or crops
Published on: 17 March 2020, 12:36 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now