मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली भाजपा सरकार ने प्रदेश में ‘किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान यानी ‘कुसुम योजना’ को लागू किया गया है, जिसके अंतर्गत किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सोलर पंप मुहैया कराने हेतु आवेदन मांगे गये है. कुसुम (किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान) योजना के अंतर्गत केंद्र व राज्य सरकार देशभर में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल/बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा (Solar energy) से चलाने की योजना है.
2-3 HP के सोलर पंप पर राज्य व केंद्र सरकार की ओर से 70% अनुदान मिल रहा है.तो वहीं 5 HP के सोलर पंप पर राज्य व केंद्र सरकार की ओर से 40% अनुदान मिल रहा है. इस योजना से बंजर पड़ी जमीन का इस्तेमाल सौर ऊर्जा के लिए किया जा सकेगा. इसके अलावा बिजली को बेचकर किसान अतिरिक्त आमदनी भी कर सकते हैं. गौरतलब है कि यदि किसान चाहें तो 30 फीसदी बैंक से लोन भी ले सकता है.
किसानों के लिए सोलर पंप योजना
1800 वाट (2 एचपी-डीसी सरफेस सोलर पंप)
1800 वाट (2 एचपी-एसी सरफेस सोलर पंप)
3000 वाट (3 एचपी-डीसी सरफेस सोलर पंप)
3000 वाट (3 एचपी-डीसी सरफेस सोलर पंप)
4800 वाट (5 एचपी- एसी सबमर्सिबल सोलर पंप)
सोलर पंप का लाभ किन किसानों को मिलेगा
- किसानों को जिस क्षमता का सोलर पंप चाहिए, उसका ड्राफ्ट उपलब्ध कराना होगा.
- इच्छुक किसान "पहले आओ-पहले पाओ" की तर्ज पर सोलर पंप के लिए आवेदन करें.
- योजना के तहत लघु व सीमांत किसानों को वरीयता दी जाएगी.
- ऐसे किसान जो स्प्रिंकलर या ड्रिप सिंचाई का उपयोग करके पानी की बचत कर रहे हैं, उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी.
- योजना में वह कृषक पात्र नहीं होंगे, जिनके पास विद्युत संचालित पंप हैं.
- इसके लिए संबंधित किसान के पास बोरिंग का होना आवश्यक है. बिना बोरिंग वाले किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.
यूपी कुसुम योजना के आवेदन कैसे करें (How to apply online for UP Kusum Yojana)
सोलर पंप योजना का लाभ लेने के लिए किसान सीधे राजकीय कृषि बीज भंडार प्रभारी या जनपद प्रभारी से संपर्क करें. किसान अधिक जानकारी के लिए 15001802222 पर कॉल कर सकते हैं.