चंदन एक सदाबहार पेड़ है. इसकी खुशबू और इसके औषधीय गुणों की वजह से इसकी मांग बहुत अधिक है. यह एक ऐसा पेड़ है, जिसकी जड़ें दूसरे पेड़ों की जड़ों से मिलकर भोजन और पानी पाती है. यह ज्यादातर नीम, नागफनी, हरड़ आदि पेड़ों के पास ही उगता है. इसके पेड़ों में साल में दो बार नई कोपले, फल और फूल उगते है. इसकी लकड़ी का तेल निकाला जाता है क्योंकि इसकी जड़ों में तनों से ज्यादा तेल होता है.
चंदन के तेल का निर्यात :
फ्रांस, जापान, सिंगापुर, इटली आदि देशों में इसका निर्यात होता है. भारत में चंदन का तेल सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में बिकता है. इसका 1 किलो तेल 2 हज़ार में बिकता है और इसका निर्यात हर साल करोड़ों में होता है.
सफ़ेद चंदन की खेती :
इस खेती में मोटी कमाई करने के लिए सफ़ेद चंदन की खेती बहुत फायदेमंद है. इसमें आपकी लगात 80 से 1 लाख तक आती है. जिसके बाद आपको 60 लाख से भी अधिक मुनाफा मिलता है. चंदन के एक पेड़ से 6-10 किलो लकड़ी प्राप्त होती है. अगर आप 1 एकड़ में चंदन की खेती करते हैं, तो आपको इसके पेड़ों के बढ़ने के लिए 10 से 12 वर्षों तक इंतज़ार करना पड़ता है.
क्या है इसकी खेती के लिए जरूरी :
1. चंदन का पौधा खरीदना, सिंचाई करना, उसकी सही से व्यवस्था करना, खाद डालना और चारों और बाड़ लगाने के लिए 1 लाख रुपये तक खर्च आता है.
2. चंदन का एक पौधा खरीदने जाएं तो वह काफी महंगा आता है, अगर आप इसके कईं सारे पौधे खरीदते है तो वह आपको 400 रुपये तक मिल जाते है.
इसकी खेती करने वाले किसानों को काफी फायदा मिला है और वह इसकी खीती से काफी ज्यादा मुनाफा कमा रहे है.