Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 March, 2023 3:58 PM IST
धान की बंपर पैदावार के लिए उन्नत उर्वरक का इस तरह करें इस्तेमाल

धान एक पारंपरिक फसल होने की वजह से किसानों के लिए बहुत अहम होती है. धान की अच्छी पैदावार हासिल करने के लिए किसान हर एक कोशिश करते हैं. ऐसे में अधिक पैदावार के लिए धान की फसल में उर्वरकों का इस्तेमाल मिट्टी परीक्षण के आधार पर करना चाहिए. क्योंकि सही समय पर और सही मात्रा में खाद और उर्वरक के प्रयोग से उच्च गुणवत्ता की फसल मिलती है. इसलिए धान की फसल के लिए उर्वरक के प्रयोग की जानकारी आपको दे रहे हैं.

जल्द पकने वाली किस्म के लिए उर्वरक

धान की फ़सल के लिए प्रति एकड़ जमीन में करीब 24 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश को खेत तैयार करते समय मिलाना चाहिए और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 24 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए.

मध्यम और देर से पकने वाली किस्म के लिए उर्वरक

अच्छे उत्पादन के लिए खेत तेयार करते समय प्रति एकड़ जमीन में करीब 30 किलोग्राम नत्रजन 24 किलोग्राम फॉस्फोरस के साथ ही 24 किलोग्राम पोटाश को मिलाना चाहिए. और रोपाई के बाद कल्ले निकलते समय 30 किलोग्राम नत्रजन का छिड़काव करना चाहिए.

सुगंधित और बौनी किस्म के लिए उर्वरक

धान की देर से पकने वाली किस्मों में प्रति एकड़ खेत में 48 किलोग्राम नत्रजन, 24 किलोग्राम फॉस्फोरस और 24 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए. जबकि जल्द और मध्यम पकने वाली किस्मों के लिए प्रति एकड़ भूमि में 48 किलोग्राम नत्रजन, 12 किलोग्राम फॉस्फोरस और 12 किलोग्राम पोटाश का छिड़काव करना चाहिए.

धान की सीधी बुवाई के लिए उर्वरक

  • अगर धान की सीधी बुवाई करना चाहते हैं तो प्रति एकड़ जमीन में 40 से 48 किलोग्राम नत्रजन का इस्तेमाल करना चाहिए.

  • इसके लिए कुल नत्रजन को 4 भाग में कर लें. एक भाग जुताई करते समय खेत में मिला दें, बचे हुए नत्रजन का दूसरा भाग कल्ले निकलते समय डालना चाहिए. फिर आखिरी भाग का छिड़काव धान की बालियां बनते समय करना चाहिए. इसके अलावा 20 किलोग्राम फॉस्फोरस और 20 किलोग्राम पोटाश का भी इस्तेमाल करना चाहिए.

यह भी पढ़ें: Paddy Crop Management: धान की खेती में कीट और रोग का प्रकोप? प्रबंधन के लिए जानिए रामबाण तरीका

  • बता दें चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक वही हैं जो पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों, विशेष रूप से नाइट्रोजन और सल्फर को पूरा करता है. चावल के लिए सबसे उपयुक्त उर्वरक अमोनियम सल्फेट है. किसान मुख्य रूप से अमोनियम सल्फेट का उपयोग करते हैं जहां उन्हें बढ़ते पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त N (नाइट्रोजन-आधारित) और S (सल्फर-आधारित) की आवश्यकता होती है. आखिरकार, अमोनियम सल्फेट में केवल 21% एन होता है.

English Summary: Use advanced fertilizer in this way for bumper yield of paddy
Published on: 05 March 2023, 04:03 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now