घर में सबसे पवित्र पौधे के रूप में पूजी जाने वाली तुलसी न केवल हमारे घर की माता होती है बल्कि हमारे धन की भी दाता होती है. इस औषधीय पौधे की खासियत यह है कि इसके जितने स्वस्थ्य और घरेलू फायदे हैं उससे कई ज्यादा तुलसी की खेती के फायदे हैं. सर्दी जुखाम हो या फिर इम्यूनिटी बढ़ाने की बात है तुलसी का नाम हमेशा ऊपर रहता है. आयुर्वेद में भी तुलसी के पौधे का काफी महत्व होता है.
तुलसी की खेती से हमारे शरीर को क्या-क्या फायदे होते हैं? (Health Benefits of Tulsi in Hindi)
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तुलसी एक इम्यूनिटी बूस्टर है क्योंकि इसके अंदर खूब सारे एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद हैं. तुलसी के अर्क की बूंदे आप रोजाना पानी में डालकर पीते हैं तो इससे आपकी इम्यूनिटी को काफी मजबूती मिलती है.
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तुलसी एंटीफ्लू होने की वजह से हर प्रकार के वायरस, बैक्टीरिया और संक्रमण से बचाने में कारगर है. इसीलिए इसका इस्तेमाल बुखार, जुखाम, फ्लू, सर्दी, खांसी, डेंगू, जुखाम, मलेरिया आदि समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है.
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हमारे शरीर से टॉक्सिक यानी हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने के लिए तुलसी एंटीबायोटिक का काम करता है.
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तुलसी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्वों से हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स की उत्पत्ति बढ़ जाती है.
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प्रेग्नेंसी के दौरान उल्टी जैसा महसूस होने पर या उल्टी आने पर तुलसी का उपयोग करना असरदार साबित होता है.
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तुलसी और शहद का कॉन्बिनेशन काफी साल पहले से मशहूर है जिससे कि गले में दर्द, सर्दी जुखाम, और कफ आदि से छुटकारा थोड़े ही समय में मिल जाता है.
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जिन लोगों के मसूड़ों में से खून निकलता है और दांत में दर्द रहता है उनके लिए तुलसी काफी फायदेमंद है जिससे मुंह से आने वाली दुर्गंध को भी हटाया जा सकता है.