तुलसी के महत्व के बारे में हम सब जानते हैं. गांवों और कस्बों में हर घर में तुलसी का पौधा होता ही है लेकिन आज की महानगरीय संस्कृति में लोग चाहकर भी पौधों को मेंटेन नहीं कर पाते. तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख में तुलसी की खेती आसानी से कैसे करें इसके बारे में बतायेंगे....
तुलसी के प्रकार
भारत में तुलसी मुख्य रूप से दो तरह की होती है. एक गहरे रंग की जिसे कृष्ण तुलसी कहते हैं. इसे श्यामा तुलसी भी कहा जाता है और एक तुलसी जिसके पत्ते हरे रंग के होते हैं और मंजरी काली होती है उसे श्री तुलसी या रामा तुलसी भी कहते हैं.
तुलसी की खेती के लिए आवश्यक जलवायु
तुलसी का पौधा सामान्य मिट्टी में भी अच्छी तरह बढ़ जाता है. वैसे भुरभुरी या दोमट मिट्टी जिसमें जल निकासी अच्छी तरह से हो, इसके लिए बहुत उपयोगी रहती है. तुलसी क्षारीय और कम नमक वाली मिट्टी में भी बहुत अच्छी बढ़त पाती है.
कैसे करें तुलसी के पौधे की खेती की तैयारी
सिंचाई और जल निकासी की उचित व्यवस्था करके क्यारियां तैयार की जा सकती हैं. यह मुख्यतः बरसात की फसल है और गेहूं की कटाई के बाद इसकी रोपाई कर दें तो बेहतर रहता है.
कितने समय में होगी तैयार
यदि आप 1 एकड़ जमीन पर तुलसी की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए 600 ग्राम बीजों की जरूरत होगी. तुलसी का पौधा तैयार होने में कम से कम 15 दिन का समय लगेगा. कुल 60 से 90 दिनों में तुलसी की फसल पूरी तरह तैयार हो जाएगी. इसके बाद इसे बाजार तक पहुंचाया जा सकता है.
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कम निवेश में ज्यादा मिलेगा लाभ
तुलसी की खेती करने का फायदा यह है कि इसके लिए बहुत कम इन्वेस्ट करना होगा यदि आप 15000 रुपये के निवेश के साथ शुरुआत करते हैं तो 3 महीने में ही आप बेहतर रिटर्न पा सकेंगे और आराम से 50000 से 75000 रुपये कमा लेंगे.