क्या है ट्राइकोग्रामा कीट
ट्राइकोग्रामा एक ऐसा अत्यंत सूक्ष्म मित्र कीट है जो अनेक प्रकार शत्रु कीटों को नष्ट करता है.यह एक अंडा परजीवी है जो शत्रु कीटों के अंडों में अपना अंडा देकर उन्हें नष्ट कर देता है. इस प्रकार यह एक जीवित कीटनाशक का काम करता है जो सिर्फ अपने लक्ष्य शत्रु पेट को मारता है वह मनुष्य और पशुओं के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव छोड़े बिना पर्यावरण को भी सुरक्षित रखता है.
ट्राइकोग्रामा का कार्य एवं महत्व
यह एक प्रकार का अंड परजीवी मित्र कीट है, जो शत्रु कीटों के अंडों में अपना अंडा देकर शत्रु अंडे को नष्ट कर देता है और शत्रु कीटों के अंडों से मित्र ट्राइकोग्रामा वयस्क बाहर आता है. यह वयस्क पुनः शत्रु कीटों के अंडों में अपना अंडा देता है. ट्राइकोग्रामा का जीवन चक्र बहुत छोटा होता है तथा एक फसल अवधि में उनकी अनेक पीढ़ियां पैदा हो जाती है. इस प्रकार इनकी संख्या शत्रु कीट के मुकाबले 9 गुना बढ़ जाती है तथा शत्रु कीटों को नष्ट करता रहता है.यह रसायन मुक्त कीट प्रबंधन का सटीक उपाय है इनमें शत्रु कीटों के अंडाशय अवस्था में ही नाश हो जाता है तथा फसल की रक्षा सुनिश्चित होती है. ट्राइकोडर्मा की वयस्क मादा एक दिन में 1-10 तक तथा पूरे जीवन काल में 190 अंडे देती है.
खेत में प्रयोग विधि
प्रयोगशाला में निर्मित ट्राइकोकार्ड, जिनमें एक कार्ड पर ट्राइकोग्रामा के 20 हजार अंडे होते है, को शाम के समय फसल में पत्तियों के नीचे इस तरह से लगाया जाता है कि ट्राइकोकार्ड पर सीधे धूप न पड़े. एक हेक्टेयर क्षेत्र में 2-5 कार्ड लगाए जाते है. इन कार्ड को पूरी फसल अवधि में 4-6 बार छोड़ने की जरूरत पड़ती है. इस कार्ड को अंडों से परजीवी निकलने की तिथि से एक दिन पहले खेत में लगा दे. ट्राइकोकार्ड लगाने के तीन दिन पहले और तीन दिन बाद किसी भी कीटनाशी का खेत में प्रयोग न करें.
कौन से कीटों के अंडों को नष्ट करता है
यह ट्राइकोग्रामा कीट लगभग सभी फसलों जैसे गन्ना, भिण्डी, बैंगन, चना, मटर, अरहर, धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, टमाटर, कपास आदि फसलों में तना छेदक, फल छेदक कीटों के अंडों को नष्ट करता है. इन परजीवी की अलग- अलग प्रजाति के माध्यम से इन शत्रु इल्लियों के अंडो को नष्ट किया जा सकता है.
ट्राइकोग्रामा कार्ड के लाभ
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इसे प्रयोग करना बहुत ही सरल है और यह वातावरण के अनुकूल एवं सुरक्षित है.
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मित्र कीटों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं करता है.
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यह अत्यधिक न्यून लागत पर शत्रु कीटों का प्रभावी नियंत्रण करता है. इसके लागत भी कीटनाशक की अपेक्षाकृत कम होती है.
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ट्राईकोग्रामा प्रजाति का कोई भी विषाक्त प्रभाव मनुष्यों पर नहीं पड़ता है.
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इसके प्रयोग से लाभदायक कीटों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है और इसके प्रयोग से कीटों में इसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता का विकास नहीं होता है.
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इसे 5 से 10 डिग्री सेल्सियस ताप पर 30 दिनों तक रखा जा सकता है.